Cheating Under Guise of Admission : ब्रिटिश यूनिवर्सिटी में एडमिशन के नाम पर 3.12 लाख की ठगी, आरोपी पकड़ाया!

गिरफ्तारी के साथ फर्जी प्रोविजनल डिग्री और माइग्रेशन सर्टिफिकेट जब्त!

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Cheating Under Guise of Admission : ब्रिटिश यूनिवर्सिटी में एडमिशन के नाम पर 3.12 लाख की ठगी, आरोपी पकड़ाया!

 

Indore : ब्रिटिश यूनिवर्सिटी में एडमिशन दिलाने के नाम पर बदमाश ने युवती से 3 लाख 12 हजार रुपए की ठगी की। बदमाश ने झांसे में लेकर बैंक में रुपए जमा कराए थे। यूनिवर्सिटी में प्रवेश दिलाने के नाम पर आरोपी खुद ही फर्जी मेल भेजता रहा। फर्जी मेल आईडी बनाकर ब्रिटिश यूनिवर्सिटी में एडमिशन कराने के नाम पर ठगी करने वाले बदमाश को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया। आरोपी ने फर्जी प्रोविजनल डिग्री और माइग्रेशन सर्टिफिकेट भी तैयार किए थे। पुलिस ने आरोपी से मोबाइल, लेपटाप व अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। ठगी की अन्य वारदातों को लेकर भी आरोपी सौरभ से पूछताछ की जा रही है।
क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक, 22 फरवरी को आवेदिका चांदनी पिता चंद्रशेखर शिरोड़कर निवासी नंदानगर ने शिकायती आवेदन दिया था। इसमें कहा था कि बदमाश सौरभ खेमरिया ने उसके साथ धोखाधड़ी की। मामले में क्राइम ब्रांच ने आरोपी के खिलाफ धारा 420, 465, 467, 468, 471 में केस पंजीबद्ध किया था।

फरियादी ने बताया कि धोखाधड़ी की शुरूआत मेरे कॉलेज एडमिशन से हुई थी। मैं विदेश से पोस्ट ग्रेजुएट के लिए परीक्षा दे रही थी। तभी मेरे दोस्त ने कहा कि मैं आपकी मदद करता हूं। उसमें मेरे इस एडमिशन में मदद की थी। मेरे डायरेक्ट एडमिशन के लिए वह यूसीएएस के माध्यम से मेरी एप्लीकेशन तैयार कर रहा था। कॉलेज चयन के बाद आगे की प्रक्रिया आगे बढ़ी!

यह हुआ युवती के साथ
कुछ दिन बाद यूनिवर्सिटी से मेल आना शुरू हो गए। मेल में पैसे भरना का मैसेज आया। मेरी यह प्रोसेस सितंबर 2023 से शुरू हुई थी। रोज मेल भेजकर कहा जाता था कि पैसे जमा नहीं किए तो पेनल्टी लग जाएगी। इस पर मैंने एडमिशन कैंसल करा दिया। प्रवेश के लिए मैंने 2 लाख रुपए यूनिवर्सिटी में जमा किए थे, लेकिन सारे पैसे यूनिवर्सिटी को नियमानुसार मुझे लौटाने थे। यह सारे पैसे आरोपी के बैंक खाते में आ गए। जब मुझे आरोपी के खाते में पैसे आने की जानकारी लगी तो वह न तो पैसे लौटा रहा और न कोई संतुष्टि भरा जवाब दे रहा।

फिर आया एडमिशन का मेल
प्रोसेस के कुछ दिन बाद यूनिवर्सिटी से मेल आया की आप वापस एडमिशन ले लो। मैंने फिर प्रोसेस शुरू की। प्रक्रिया के बाद मेल पर मैसेज आया कि पैसे चाहिए। अगर तय समय तक रुपए नहीं दिये तो पेनल्टी लग जाएगी। तब मुझे लगा की यह पैसे के लिए धमकी देते हैं। इसी बीच पता चला की यह सारे फ्राड मेल यूनिवर्सिटी के और पैसे से रिलेटेड हैं। फिर मैंने एडमिशन केंसल किया, तब इस बार इन्होंने मुझसे कैंसलेशन के लिए? पहले 10,000 रुपए लिए। फिर छात्रवृत्ति कैंस के लिए 30 हजार रुपए लिए। फिर एनसीआरबी, एकीकृत जांच फार्म 4 यूसीएएस केंसल के लिए? दो लाख रुपए लिए। फिर यूनिवर्सिटी की तरफ से कहा गया कि पैसे नहीं भरे तो आपका पेनकार्ड निरस्त कर दिया जाएगा। डिग्री नेशनलाइज और इंटरनेशनलाइज बैन कर दी जाएगी।

एडमिशन नहीं ले सकते
मास्टर्स के लिए एडमिशन नहीं ले सकते। जॉब लायसेंस केंसल कर देंगे। आरोपी ने इस तरह की धमकी दी। कुछ दिन बाद पता चला की मेरा अकाउंट कभी ओपन नहीं होगा। ब्रिटिश काउंसिल से जो मेल आते थे, उसका आईडी ब्रिटिश काउंसिल डॉट यूसीएएसएडी जीमेल डॉट कॉम थी। मैंने यूनिवर्सिटी से पता किया तो यह मेल फर्जी निकली।