Chhindwara’s Son Martyr in terror attack: 7 मई को बेटे के जन्मदिन पर छिंदवाड़ा आने वाले थे,अब आएगी पार्थिव देह
छिंदवाड़ा। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एयरफोर्स के जवानों पर हुए आतंकी हमले में छिंदवाड़ा के विक्की पहाड़े शहीद हो गए। विक्की पहाड़े भारतीय वायुसेना में हवलदार के पद पर थे। शहीद होने वाले जवान मध्य प्रदेश के नोनिया-करबल क्षेत्र के निवासी हैं। 4 मई को जम्मू-कश्मीर के पूंछ में भारतीय वायुसेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले में वायुसेना के पांच जवान घायल हुए थे। इलाज के दौरान एक जवान शहीद हो गया।
गृहग्राम नोनिया करबल में होगा अंतिम संस्कार
शहीद विक्की पहाड़े के पार्थिव शरीर को उधमपुर सैनिक कैंप में रखा गया है। जहां से उन्हें विशेष विमान से नागपुर लाया जाएगा। नागपुर से उनका पार्थिव शरीर विशेष वाहन से छिंदवाड़ा पहुंचेगा, गृहग्राम नोनिया करबल में आज शाम अंतिम संस्कार होगा।
7 मई को छिंदवाड़ा आने वाले थे विक्की
जानकारी के मुताबिक, शहीद विक्की पहाड़े 1 महीने की छुट्टी के बाद 18 अप्रैल को ही ड्यूटी पर लौटे थे। 10 दिन पहले ही उनकी छोटी बहन की गोद भराई की रस्म थी। वहीं 5 साल के बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए वे 7 मई को छिंदवाड़ा आने वाले थे। 33 साल के विक्की पहाड़े ने 2011 में एयरफोर्स जॉइन की थी। परिवार में मां दुलारी, पत्नी रीना और 5 साल का बेटा हार्दिक है।
हमले में पांच जवान हुए थे घायल
जानकारी के मुताबिक, हमला पुंछ के शाहसितार इलाके में शनिवार (4 मई) शाम 6 बजकर 15 मिनट पर हुआ। सुरक्षाबलों की दो गाड़ियां सनाई टॉप जा रहीं थीं। इसमें से एक वाहन एयरफोर्स का था। तभी पहले से घात लगाए बैठे आतंकियों ने गाड़ियों पर फायरिंग कर दी। हमले के बाद आतंकवादी जंगल में भाग गए। उनके हाथ में एके असॉल्ट राइफल्स थी। हमले में पांच जवान घायल हुए थे, जिन्हें एयरलिफ्ट कर उधमपुर के अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान एक जवान की मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर है। वहीं एयरफोर्स की स्पेशल गरुड़ फोर्स, आर्मी और जम्मू-कश्मीर पुलिस सर्च ऑपरेशन कर रही हैं।
लश्कर ने कराया हमला!
आतंकियों ने 21 दिसंबर 2023 को भी सुरनकोट में सेना के काफिले पर हमला किया था। जिसमें पांच सैनिक शहीद हो गए थे और तीन अन्य घायल हो गए थे। आतंकियों ने अमेरिकी M-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल से स्टील बुलेट फायर की थीं। ये बुलेट सेना के वाहनों की मोटी लोहे की चादर को पार करते हुए जवानों को लगी थीं। इसकी जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली थी। आतंकियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी की थी। अधिकारियों को शक है कि, शनिवार शाम हुए हमले में भी PAFF का ही हाथ है। PAFF लश्कर-ए-तैयबा की ही शाखा है।