मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली दौरे में आत्म विश्वास से लबरेज़ दिखें

भाजपा को राजस्थान में कांग्रेस सरकार नहीं गिरा पाने का दर्द है,अभी भी किसी न किसी बहाने बाहर आ ही जाता है….

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली दौरे में आत्म विश्वास से लबरेज़ दिखें

नेशनल हेड गोपेंद्र नाथ भट्ट की विशेष रिपोर्ट 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने दो दिवसीय दिल्ली दौरे में आत्म विश्वास से लबरेज़ दिखें। गहलोत ने कहा कि भाजपा ने राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए जिन 41 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है उसमें सात सांसदों और पूर्व सांसदों को टिकट देकर उन्होंने अपनी हार पहले ही मान ली है।

 

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कांग्रेस सीईसी की बैठक 18 अक्टूबर को होगी जिसमें उम्मीदवारों के चयन पर फैसला लिया जाएगा।

 

नई दिल्ली से सरदार शहर रवाना होने से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी से उनके आवास दस जनपथ पर मुलाक़ात की । दोनों नेताओं के मध्य करीब 50 मिनट तक गहन बातचीत हुई। समझा जा रहा है कि गहलोत ने सोनिया गाँधी को राजस्थान की ताज़ा राजनीतिक हालातों की जानकारी दी ।

 

सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद गहलोत ने कहा कि भाजपा को राजस्थान में कांग्रेस सरकार नहीं गिरा पाने का दर्द अभी भी है जोकि किसी न किसी बहाने बाहर आ ही जाता है।गहलोत ने दावा किया कि प्रदेश की शानदार योजनाओं और विकास कार्यों की बदौलत प्रदेश में कांग्रेस सरकार रिपीट होगी। हमारी ओपीएस, स्वास्थ्य और सोशल सिक्योरिटी से जुड़ी कई योजनाओं की देशभर में चर्चा है।जनता हमारा साथ देंगी क्योंकि सरकार बदलती है तो सभी को नुकसान होता है और सारी योजनाएं भी बंद हो जाती है।लोग यह बात समझते हैं।

 

गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बारे में कहा कि, “वे लंबे समय तक हमारी अध्यक्ष रहीं हैं।आज हम जहां भी पहुंचे हैं, उनके आशीर्वाद से पहुंचे हैं… हम चाहेंगे कि मल्लिकार्जुन राहुल और प्रियंका गाँधी के साथ वे भी राजस्थान में चुनाव प्रचार के लिए आयें। हम जब भी दिल्ली आते हैं उनसे अवश्य मुलाकात की कौशिश करते हैं।

 

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य राजस्थान में टिकटों का वितरण था।मुख्यमंत्री गहलोत ने सोनिया गांधी को आश्वस्त किया कि इस बार राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी । इसलिए आलाकमान जीत को आधार मानकर सर्वे के आधार पर जिताऊ उम्मीदवार को ही टिकट दे,इसमें किसी को कोई आपत्ति भी नहीं होगी।गहलोत ने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी के जातिगत जनगणना के मुद्दे, ओबीसी और महिलाओं के लिए बनाई जा रही रणनीति से भी राजस्थान के चुनाव में पार्टी के पक्ष में सकारात्मक असर पड़ेगा।

 

गहलोत ने सीडब्ल्यू सी की बैठक में भाग लेने के बाद पार्टी के संगठन महामंत्री के सी वेणुगोपाल और अन्य पदाधिकारियों से भी मुलाक़ात की तथा विधान सभा चुनाव की रणनीति, चुनाव अभियान,स्टार प्रचारकों और उम्मीदवारों की सूची जारी किए जाने आदि पर गहन विचार विमर्श किया।

 

गहलोत ने कहा कि हम यह चुनाव जीत कर बताना चाहते हैं कि हमने जनता के लिए कितने काम किए हैं ।उन्होंने कहा कि राजस्थान के हर एक गांव में हमारी योजनाओं के लाभार्थी हैं। सोशल सिक्योरिटी से लेकर महंगाई में राहत देने तक का काम हमने किया है।हमारा हर एक कदम उसी दिशा में है कि कैसे ज्यादा से ज्यादा बचत हो सके, जिसके चलते भावी युवा पीढ़ी का भविष्य सुनहरा बन सकें ।

 

मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि हमारे पास फीडबैक आ रहा है तथा चारों ओर से यह मैसेज है कि गहलोत सरकार ने अच्छा काम किया है।गुड गवर्नेंस के आधार पर हम पब्लिक से अपील करेंगे कि जनता हमें एक मौका और देंवे जिससे कि हम जनता को बता सके कि आपको सरकार रिपीट करने के क्या फायदे हैं और अगर सरकार रिपीट नहीं होती है उसके क्या नुकसान है।

 

इधर बताया जा रहा है कि कांग्रेस की पहली सूची नवरात्री के दौरान आएगी फिर अभी राजस्थान प्रदेश इलेक्शन कमेटी की बैठक भी होनी बाकी है,जिसमें एक लाइन का प्रस्ताव पास कर कांग्रेस आलाकमान पर टिकट देने का निर्णय छोड़ा जाना है ।इसके बाद दिल्ली में इलेक्शन कमेटी की बैठक होगी और कमेटी की मुहर के बाद कांग्रेस की लिस्ट जारी की जायेंगी। हालांकि कहा जा रहा है कि पहली सूची में 40 से 50 नाम ही आएंगे तथा उसमें भी वे सीटें शामिल होंगी, जहां कांग्रेस लगातार हार रही है । उस सूची में वो प्रमुख नाम भी आ सकते हैं जिन्हें टिकट देने को लेकर किसी तरह का कोई संशय नहीं है।

 

देखना होगा कि कांग्रेस और भाजपा की सूचियाँ आगे क्या कमाल दिखायेंगी।