CM Dr Mohan Yadav: सिस्टम को सुधारने CM डॉ यादव हुए सख्त: अब हर माह के आखिरी सोमवार को लापरवाह, सुस्त अफसरों पर गिरेगी गाज!
जानिए समाधान ऑनलाईन में किन कलेक्टरों और अफसरों की CM ने ली क्लास!
भोपाल: सिस्टम मेें गड़बड़ियों और जिले स्तर पर ही आम नागरिकों की शिकायतों का समाधान न होने से सीएम मोहन यादव नाराज है। उन्होंने अब हर महीने के आखिरी सोमवार को समाधान ऑनलाईन में सीधे शिकायतकर्ताओं और जिले के कलेक्टर-एसपी और शिकायतों से जुड़े अफसरों से सीधे जबाब तलब कर कामकाज के बिगड़े ढर्रे को पटरी पर लाने का निर्णय लिया है।
समाधान ऑनलाईन में कई कलेक्टरों और अफसरों की उन्होंने क्लास ली। अलीराजपुर जिले में उद्यम क्रांति योजना में एक युवक को वाहन के लिए किया ऋण का आवेदन रिजेक्ट कर किराने की दुकान के लिए स्वीकृति देने पर सफाई दे रहे कलेक्टर अभय अरविंद बेड़ेकर से सीएम ने कहा आप जितनी सफाई देंगे उतने उलझते जाएंगे। जब वाहन के लिए प्रस्ताव था तो उसे रिजेक्ट कर किराने की दुकान के लिए क्यों मंजूरी दी हो सकता था कि वह वाहन से ज्यादा कमाई कर पाता अब किराने का अनुभव ही नहीं है और उसके लिए लोन दे दिया ऐसा नहीं चलेगा।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया अनुराग जैन ने समाधान ऑनलाईन में लापरवाह अधिकारियों कर्मचारियों पर सख्ती दिखाई। समाधान ऑनलाईन में सीएम हेल्पलाईन में आई शिकायतों पर समाधान ऑनलाईन के दौरान सफाई देने वाले अफसरों को सीएम ने चुप करा दिया।
अशोकनगर कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी को वंचित वर्ग को दी जाने वाली छात्रवृत्ति में विलंब किए जाने को लेकर तलब किया गया। सीएम ने कहा कि समाज का यह तबका छात्रवृत्ति के जरिए ही पढ़ पाता है उसमें ही आप विलंब करेंगे तो वे कैसे पढ़ेंगे आगे बढ़ेंगे।
बालाघाट कलेक्टर मृणाल मीणा को आईजी और डीआईजी से दूर बैठे होंने पर सीएम ने कहा कि प्रशासनिक मुखिया आप हो आप आगे बैठें। सीधी में संबल मामले में लापवाहों पर कार्यवाही की गई। सीएम और सीएस ने समाधान ऑनलाईन में कुल 11 लापरवाह और सुस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित किया।
जिलों में ही निपटे शिकायतें राज्य तक न आए
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हम सब जनता के प्रति जवाबदेह हैं, हमारा दयित्व तभी पूरा होता है जब हम अपने कर्त्तव्य का समय रहते निर्वहन करें। शासकीय कार्यों में लापरवाही बर्दाशत नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जन समस्याओं के निराकरण के लिए प्रदेश स्तर पर सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मैदानी स्तर ऐसा वातावरण निर्मित करने की आवश्यकता है जिससे लोग निर्भय होकर अपनी बात और शिकायत सक्षम अधिकारी के समक्ष रख सकें। विकास, जन कल्याण और मूलभूत सेवाओं से संबंधित लंबित प्रकरणों को जिला स्तर पर समय सीमा निर्धारित कर अभियान चला कर निपटाया जाए तथा अभियान की जिले के साथ राज्य स्तर पर मॉनिटरिंग की जाए। संवेदनशील प्रशासन की स्थापना को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए जन समस्याओं के प्रभावी और सकारात्मक निराकरण के लिए मैदानी अमले का उत्तरदायित्व और उनकी संवेदनशीलता व सजगता सुनिश्चित की जाए। विभागीय स्तर पर की गई गलतियों को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा।
समाधान ऑनलाइन के दौरान CM ने 5 कलेक्टरों के कार्यों की तारीफ भी की।