
CM Dr Mohan Yadav Warns Collectors: पर्याप्त खाद है उपलब्ध,मैनेज नहीं करने वाले कलेक्टरों के बारे में सोचेंगे- हमें क्या करना है!
भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने खाद की किल्लत वाले कलेक्टरों को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा है कि सभी जिलों में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। वितरण व्यवस्था को कलेक्टर को मैनेज करना है। जो कलेक्टर यह मैनेज नहीं कर पा रहे है वे देख ले कि वे क्यों ऐसा नहीं कर पा रहे है। इसका मतलब उन्हें जिला चलाना नहीं आता। नहीं चला पा रहे है तो बता दें हम उन्हें हटाकर दूसरी व्यवस्था करेंगे।

मुख्यमंत्री निवास में समत्व भवन से मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यो तथा जिलों मेें उर्वरक वितरण की स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से उर्वरक वितरण व्यवस्था के लिए वन टू वन चर्चा की। जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि हम फोन पर ही किसान को टोकन दे देते है। उसमें किसान तय समय पर जाकर खाद ले लेते है। जिले में डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए गए है उन पर भी जानकारी दे रहे है। इससे खाद वितरण स्मूथली हो रही है कहीं कोई हंगामे की स्थिति नहीं बनती। दमोह कलेक्टर ने मुख्यमंत्री को बताया कि हमने किसान संगठनों को खाद वितरण की व्यवस्था से जोड़ दिया है। किसान संगठन के पदाधिकारी ही किसानों को खाद वितरण की व्यवस्था देख रहे है इससे व्यवस्थाएं अच्छी बन गई है। धार कलेक्टर ने बताया कि हम किसानों से निरंतर संवाद कर रहे है। इससे व्यवस्थाएं बेहतर है। कहीं कोई संकट नहीं है।
मुख्यमंत्री डा यादव ने कहा कि सभी जिलों को वहां के कलेक्टरों द्वारा भेजी गई मांग के अनुरुप ही खाद पहुंचाई गई है। किसानों के हिसाब से सभी जगह पर्याप्त खाद उपलब्ध है। उसके वितरण की व्यवस्था को मैनेज करना है। कुछ जिलों में कलेक्टर यह क्यों नहीं कर पा रहे है। वे देख लें। वितरण व्यवस्था को मैनेज नहीं कर पा रहे है मतलब उन्हें जिला चलाना नहीं आता। जिला नहीं चला पा रहे हो तो बता दे हम सोचेंगे कि हमे क्या करना है। कुछ जिलों के कलेक्टरों ने खाद वितरण को लेकर किए जा रहे नवाचारों की जानकारी सीएम को दी।

सीएम ने कहा कि बाढ़ और अतिवृष्टि से फसलें खराब हुई है। अभी पानी गिर रहा है। फसल नुकसान का आंकलन कर तैयारी रखे। खास तौर पर पशु हानि और जनहानि के मामलों में राहत जल्दी से जल्दी मिले यह सुनिश्चित कराएं।





