

CM Helpline: जनसुनवाई में नहीं हुई सुनवाई, जानिए सीएम हेल्पलाइन से जुड़े 7 मामले जिनके निराकरण के लिए दर-दर भटक रहे ग्रामीण!
राजेश जयंत की विशेष रिपोर्ट
अलीराजपुर। जब किसी व्यक्ति को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा हो, वह प्रताड़ित हो, परेशानी मे हो। पंचायत, विकासखंड स्तर पर उसकी सुनवाई नहीं हो रही हो, समस्या का निराकरण नहीं निकल रहा हो तब वह पहुंचता है जिला स्तर पर होने वाली जनसुनवाई में। ठीक ऐसे ही CM Helpline से भी आमजन की उम्मीद जुड़ी है।
परेशान लोग बड़े अरमानों के साथ जिला स्तर की जनसुनवाई में पहुंचते हैं कि बड़े साहब उनकी मांग, परेशानी, समस्याओं का निराकरण फटाफट कर देंगे। CM Helpline में शिकायत भी इसी उम्मीद के साथ करते हैं कि मुख्यमंत्री जी की नजर है उस पर। अब तो काम होना ही होना है।
लेकिन जिला स्तर की सुनवाई और सीएम हेल्पलाइन में भी जन के आवेदन, निवेदन पर जब कोई प्रतिक्रिया नहीं होती तब लोक का तंत्र पर से विश्वास उठने लगता है।
जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन से जुड़ी ऐसी ही कुछ छोटी-छोटी सी निराकरण करने योग्य समस्याएं भी जब मुंह उठाए खड़ी रही, जिले की जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन मे जिनका समाधान वर्षों में नहीं निकल पाया। ऐसे लोगों ने अपनी व्यथा मीडियावाला को बताई है। आप भी जानिए:
(1)
“6 वर्षों से सौभाग्य योजना की बिजली का इंतजार”
उदयगढ़ विकासखंड की ग्राम पंचायत थांदला के ग्राम पोहा माता फलिया के ग्रामीणों ने 19 फरवरी 2019 को कलेक्टर की जनसुनवाई में आवेदन देकर 63 केवी का ट्रांसफार्मर और 10 बिजली के पोल की मांग की थी। माता फलिया में 250 से अधिक ग्रामीण निवास करते हैं। फलिया से ट्रांसफार्मर 1 किलोमीटर दूर है। इस फलिया में (एक बत्ती कनेक्शन) एलटी लाइट आती है। वोल्टेज की समस्या से बिजली उपकरण आए दिन खराब होते हैं। पानी की सुविधा होने के बाद भी सिंचाई का लाभ यहां के ग्रामीण नहीं उठा पाते। 63 केवी का ट्रांसफार्मर और 10 बिजली के पोल से माता फलिया मे बिजली समस्या का निराकरण हो जाता। लेकिन उस समय एमपीएसईबी अलीराजपुर कार्यपालन यंत्री ने तत्कालीन कलेक्टर को पत्र लिखकर अवगत करवाया था कि सौभाग्य योजना में सघन लाइन विस्तार कार्य प्रस्तावित है। इसके बाद शिकायत नस्तीबद्ध कर दी गई। ग्रामीण गजराज, जीतू बामनिया, दलसिंह मावी ने नईदुनिया को बताया कि 6 वर्ष गुजर गए, सौभाग्य योजना की बिजली कहां- किधर से आ रही है.. हम आज तक इंतजार में है।
(2)
“सरकारी शिक्षक की फर्म के पंचायत में लगे लाखों के बिल:शिकायत दब गई
8 मार्च 2022 को जोबट के राजेश जैन ने अलीराजपुर जनसुनवाई में मय सबूत शिकायत की थी कि सरकारी शिक्षक इशाक मोहम्मद ने फैजल ट्रेडर्स के नाम से फर्म बना रखी है। उदयगढ़, जोबट क्षेत्र की ग्राम पंचायतो में लाखों रुपए के बिल इस फर्म के लगे हुए हैं, जबकि इस नाम की कहीं कोई दुकान ही नहीं है।
तत्कालीन कलेक्टर सुरभि गुप्ता ने यह आवेदन उस वक्त की जिला पंचायत सीईओ संस्कृति जैन को अग्रेषित किया वहीं जैन मैडम ने इसे तब के जोबट एसडीएम डीएन सिंह को भेज दिया।
राजेश जैन ने बताया कि 3 साल हो गए लेकिन शिकायत का आज तक कोई समाधान सामने नहीं आया।
(3)
“राम मंदिर के पुजारी परेशान”
उदयगढ़ श्री राम मंदिर के पुजारी गोविंद शर्मा बीपीएल परिवार के मुखिया है । मंदिर में सेवा कार्य के अतिरिक्त और कोई व्यवसाय, संपत्ति नहीं है। पात्रता पर्ची के लिए स्थानीय स्तर पर प्रयास करने के बाद भी जब नहीं बनी तो पंडित जी ने 23 दिसंबर 2022 को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की। संबंधित विभाग ने झूठा समाधान दर्ज कर बिना सहमति के शिकायत बंद कर दी। 9 नवंबर 2024 को उन्होंने पिछली शिकायत का हवाला देते हुए पुनः शिकायत की। 3 महीने हो गए, शिकायत तीसरे लेवल पर है। समाधान आज तक नहीं हुआ। लोग अचंभित है कि भाजपा के शासन में श्री राम मंदिर के पुजारी को राशन पात्रता पर्ची के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
(4)
“नाले में अंतिम संस्कार’
यह समस्या है उदयगढ़ विकासखंड की जांबूखेड़ा ग्राम पंचायत के भांडाखाप ग्राम की। 2500 से अधिक आबादी वाले इस गांव में अंतिम संस्कार के लिए कोई अच्छी जगह नहीं है। नाले के अंदर शव दाह करना पड़ता है। बारिश के दिनों में नाला उफान पर रहता है और कभी भी पानी की आवक बढ़ जाती है। बताते हैं कि यहां लाश बह जाने की घटनाएं भी हुई है। बीते वर्ष 30 जुलाई को गांव के सूरसिंह, कमलसिंह, सुरेंद्र सहित दर्जन भर लोगों ने कलेक्टर की जनसुनवाई में जाकर आवेदन सोपा और मांग रखी की हमारे गांव में नाले के समीप ऊंचाई पर शव दाह गृह बनाया जाए। तत्कालीन जनपद सीईओ माया बारिया को उक्त आवेदन मार्क कर दिया गया। 6 महीने गुजर चुके हैं। 3 महीने बाद वापस बारिश का समय आ जाएगा। ग्रामीण परेशान है और प्रशासन से सुनवाई की दरकार है।
(5)
700 मीटर दूर से तार खींच कर लाते हैं बिजली, लगता है करंट
ग्राम भांडाखापर के लुहार फलिया वासियो की यह दूसरी बड़ी समस्या है।
250 लोगों की आबादी वाले लोहार फलिया में बिजली का ट्रांसफार्मर नहीं है। 700 मीटर दूर लगे ट्रांसफार्मर से पेड़ व अन्य लंबी लकड़ी के सहारे तार खींचकर बिजली लाना पड़ती है उन्हें। कई बार बिजली के तार नीचे जमीन पर गिर जाते हैं, करंट लगने का खतरा बना रहता है।
यहां समीप से ही 11 केवी की बड़ी लाइन गुजर रही है। ग्रामीण सूरसिंह, सुरेंद्र, रामसिंह ने बताया कि उन्होंने 30 जुलाई 2024 को आलीराजपुर जनसुनवाई में आवेदन दिया था। उपरोक्त समस्या रखते हुए मांग की थी कि 11 केवी की लाइन के वहां से दो पोल और एक ट्रांसफार्मर के माध्यम से लोहार फलिया की बिजली समस्या का निराकरण हो सकता है।
यह आवेदन एमपीएसईबी आलीराजपुर के तत्कालीन डीई पुरुषोत्तम बैरागी को भेजा गया। ग्रामीणों ने कहा कि समस्या का निराकरण नहीं हुआ जबकि उन्होंने सांसद, विधायक को भी समस्याओं से अवगत कराते हुए मांग की थी।
(6)
“ढाई हजार आबादी पर एकमात्र हैंडपंप”
जनपद पंचायत उदयगढ़ की ग्राम पंचायत जाम्बूखेड़ा के ग्राम भांडाखापर की आबादी ढाई हजार से अधिक है। इस पूरे गांव में एकमात्र हैंडपंप है। पेयजल और अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अन्य कोई जल स्रोत नहीं है। ग्रामीण लोग आधी रात से उठकर एकमात्र हैंडपंप पर कतार लगाकर पानी भरते हैं। इससे महिलाओं के घरेलू कामकाज, पुरुष वर्ग के व्यवसाय और बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। ग्रामीणों ने 30 जुलाई 2024 को यह समस्या भी कलेक्टर की जनसुनवाई में रखकर निराकरण की गुहार लगाई थी।
यह पत्र सुखराम मेडा, ईई पीएचई अलीराजपुर को अग्रेषित किया गया था। बड़े साहब के समक्ष गुहार लगाने के बाद ग्रामीण रोजाना इस उम्मीद में रहते हैं कि साहब बोरवेल वाली गाड़ी भेज ही रहे होंगे। ग्रामीणों ने माननीय जनप्रतिनिधियों को भी आवेदन दिए थे।
(7)
“पुलिस की जनसुनवाई और हेल्पलाइन शिकायत के नतीजे का इंतजार”
जोबट पुलिस थाना क्षेत्र के ग्राम भीलखेड़ी की 23 वर्षीय पढ़ी-लिखी युवती मनीषा गाडरिया 2 सितंबर 2024 से लापता है। जोबट पुलिस ने 2 दिन बाद गुमशुदगी दर्ज कर ली लेकिन खोजने की जहमत नहीं उठाई । पुलिस थाने व अनुविभागीय कार्यालय के चक्कर लगाकर थक चुके मनीषा के स्वजनों ने 21 नवंबर 2024 को सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करवाई और 3 दिसंबर को अलीराजपुर एसपी की जनसुनवाई में पहुंचकर मदद की गुहार लगाई।
इसके बाद पुलिस एक्शन में आई। लापता मनीषा की सूचना पर 10000 का इनाम घोषित किया।
सीएम हेल्पलाइन में शिकायत तीसरे क्रम पर है। सीडीआर के मुताबिक गुमशुदगी वाले दिन से पूर्व के 5 दिनों तक गांव के ही एक युवक से मनीषा की 154 मर्तबा बात हुई। इस बड़े सूत्र के बाद भी न जाने ऐसा कौन सा दबाव था जो पुलिस उपरोक्त युवक से सच नहीं उगलवा पाई।
मनीषा के स्वजन की हर सुबह इस उम्मीद के साथ होती है कि आज मनीषा की कोई खबर मिलेगी लेकिन सूरज के साथ ही उम्मीद भी अस्त हो जाती है।
“मुख्य सचिव ने दी थी सख्त हिदायत”
मध्य प्रदेश शासन के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम (नवंबर 2024) में सख्त तेवर दिखाए थे। लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई करने के साथ ही उन्होंने जन शिकायतों की निराकरण में लापरवाही बरतने वालों की सेवाएं समाप्त करने के निर्देश भी दिए थे। मुख्य सचिव ने हिदायत दी थी कि जिला स्तर की शिकायतें प्रदेश स्तर पर आई तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
“मांग संबंधी आवेदन संबंधित विभाग को भेजे जाते हैं. अगर लंबित है तो कोई वजह रही होगी. समस्याओं का निराकरण करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। यदि विभागीय अधिकारी की लापरवाही पाई गई तो कार्रवाई करेंगे।
-डॉ अभय अरविंद बेडेकर
कलेक्टर जिला अलीराजपुर