CM ने किया बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का अवलोकन,राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, डॉक्टर व दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए,मुख्यमंत्री ने सिचुएशन रूम से की अधिकारियों से चर्चा

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भोपाल :मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए जिला प्रशासन को हरसंभव सहयोग तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा। जीवन बचाना सर्वोत्तम प्राथमिकता है। जिला प्रशासन के साथ-साथ एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, बी.एस.एफ, सेना, वायुसेना बचाव और राहत कार्य में जुटी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रदेश की स्थिति से निरंतर अवगत कराया जा रहा है तथा सेना व केन्द्र से अविलंब हरसंभव सहयोग प्राप्त हो रहा है। यह अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशासनिक दक्षता की परीक्षा का समय है। जिला प्रशासन सहित एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, बी.एस.एफ, सेना, वायुसेना द्वारा इस कठिन परिस्थिति में उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय स्थित सिचुएशन रूम से अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा ले रहे थे। सभी प्रभावित जिलों के कलेक्टर, एस.पी. से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राहत शिविरों में बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। भोजन, पीने के स्वच्छ पानी के साथ-साथ डॉक्टर और दवाओं की व्यवस्था अनिवार्यत: की जाए। वर्षा ऋतु में होने वाली बीमारियों को फैलने से रोकना आवश्यक है। बाढ़ और अतिवृष्टि से ध्वस्त अधोसंरचना को तत्काल पुर्नस्थापित किया जाएगा।

राज्य सहित केन्द्र के अधिकारियों से की मुख्यमंत्री ने चर्चा

मुख्यमंत्री चौहान ने सिचुएशन रूम से केन्द्रीय दूरसंचार विभाग, सेना, वायुसेना, रेलवे तथा मौसम विभाग के अधिकारियों से राहत कार्यों और व्यवस्थाओं को पुर्नस्थापित करने के संबंध में चर्चा की। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन एस.एन. मिश्रा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

रेस्क्यू के दौरान महिला होमगार्ड ने कराई डिलीवरी

मुख्यमंत्री चौहान ने श्योपुर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, गुना, भिण्ड और मुरैना के कलेक्टर और एस.पी. से राहत और बचाव कार्यों की जिलावार जानकारी ली। कलेक्टर श्योपुर ने बताया कि जिले में कम्युनिकेशन नेटवर्क ध्वस्त हो चुका है। संचार व्यवस्था के सभी नेटवर्क डाउन हैं। राहत के लिए गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम श्योपुर पहुँच रही है। श्योपुर में राहत कार्यों में बड़ी संख्या में महिला होम गार्ड को तैनात किया गया है। रेस्क्यू के दौरान प्लोद ग्राम में एक महिला को प्रसव पीड़ा हुई। महिला होम गार्ड द्वारा डिलीवरी कराई गई, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। कलेक्टर दतिया ने बाढ़ से गिरे हुए मकानों के संबंध में तथा सेवढ़ा का पुल टूट जाने और हरसी नदी की ओर से ग्वालियर का सम्पर्क टूट जाने के संबंध में जानकारी दी। शिवपुरी में जल स्तर नीचे आने की सूचना भी दी गई।

चंबल का बढ़ता पानी, भिण्ड-मुरैना को करेगा प्रभावित

मुख्यमंत्री चौहान ने नेशनल हाइवे को जल्द से जल्द रिस्टोर करने के निर्देश दिए। चंबल नदी का जल स्तर बढ़ रहा है तथा कोटा-बैराज से पानी छोड़ा गया है। इससे मुरैना और भिण्ड में बाढ़ की संभावित स्थिति को देखते हुए निचले इलाकों में बसे गाँवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराने तथा अन्य आवश्यक सावधानियाँ अपनाने के निर्देश भी दिए।

मोबाइल नेटवर्क के लिए विशेष व्यवस्था

मुख्यमंत्री चौहान ने प्रभावित जिलों में संचार नेटवर्क जल्द से जल्द पुर्नस्थापित करने के लिए केन्द्रीय अधिकारियों से चर्चा की। केन्द्र की ओर से अवगत कराया गया कि तत्काल व्यवस्था के रूप में प्रभावित जिलों में इन्फ्रास्ट्रक्चरल रोमिंग की अनुमति दी जा रही है। इससे किसी भी नेटवर्क से यदि सिग्नल मिलता है तो अन्य नेटवर्क के फोन भी इस नेटवर्क पर कार्य करेंगे। इसके साथ ही राहत और बचाव कार्य में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों के मोबाइल नम्बरों से प्रियोरिटी रूट दिया जा रहा है। इससे इन लोगों को सम्पर्क में किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी।

अगले 48 घंटों में ग्वालियर-चंबल संभाग में वर्षा की संभावना

मुख्यमंत्री चौहान ने मौसम विभाग के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर अगले 48 घंटों में ग्वालियर-चंबल संभाग में वर्षा की संभावना के दृष्टिगत सावधानी और सजगता बरतने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने वायुसेना के ग्रुप कैप्टन श्री शेरावत और एनडीआरएफ के प्रभारी श्री असीम उपाध्याय को राहत और बचाव कार्य में सहयोग के लिए प्रदेश की जनता की ओर से धन्यवाद दिया तथा आभार माना।