संदिग्ध मानकर रोका CM Shivraj का हेलीकॉप्टर, जांच होने तक हवा में लटका रहा
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हेलीकॉप्टर को उत्तर प्रदेश में करीब 15 मिनट तक हवा में लटकाकर रखने का मामला सामने आया है। इसकी वजह थी उत्तर प्रदेश के कैंट एरिया से क्लीयरेंस नहीं मिल पाना।
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जाहिर की है। उप चुनाव की आचार संहिता के कारण यह हेलीकॉप्टर भारतीय जनता पार्टी ने किराए से लेकर मुख्यमंत्री को दिया था। पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब मुख्यमंत्री ने घटना का वास्तविक कारण पता लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
दरअसल पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री चौहान को टीकमगढ़ के पृथ्वीपुर और सतना के रैगांव में होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार करने जाना था। इसके लिए उन्होंने भोपाल स्टेट हैंगर खजुराहो के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी। लेकिन जैसे ही उनका हेलीकॉप्टर उत्तर प्रदेश के बबीना के कैंट एरिया में पहुंचा एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी ) ने अनुमति नहीं होने के कारण हेलीकॉप्टर वहीं रोकने के निर्देश दिए।
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इसके बाद एटीसी के अधिकारियों ने सक्रिय होकर जांच पूरी की। इस पूरी प्रक्रिया में करीब 15 मिनट लग गए। जब तक मुख्यमंत्री का वाहन हवा में ही लटका रहा। जांच पूरी होने के बाद हेलीकॉप्टर ने खजुराहो में लैंडिंग की। इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज ने नाराजगी जाहिर की। साथ ही इस बात की जांच के निर्देश भी दिए कि पूरी चूक आखिर किस स्तर पर हुई है। वहीं हेलीकॉप्टर किराए पर देनी वाली कंपनी ने दलील दी है कि टेक ऑफ से लेकर लैंडिंग तक की पूरी प्रक्रिया की कागजी प्रक्रिया पहले ही पूरी कर ली जाती है।
उप्र के बबीना में कैंट एरिया में बिना वजह हेलीकॉप्टर को रोका गया था।
वहीं इस मामले में प्रदेश सरकार के विमानन विभाग का कहना है कि हेलीकॉप्टर निजी कंपनी का था इसलिए इस मामले में प्रदेश सरकार का कोई लेना देना नहीं है।