

Collector Arrived to Console : आतंकवादी हमले में मारे गए सुशील नथानियल के घर सांत्वना देने पहुंचे कलेक्टर!
रात तक शव इंदौर पहुंचेगा, अंतिम संस्कार गुरुवार को होगा!
देखिए वीडियो, कलेक्टर ने क्या कहा
Srinagar : आतंकवादियों के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले में जान गवाने वाले एलआईसी अफ़सर सुशील नथानियल के घर पर बुधवार को कलेक्टर आशीष सिंह पहुंचे। हीरानगर थाना क्षेत्र के वीणा नगर के बी-सेक्टर के मकान नंबर-68 में रहने वाले सुशील नथानियल की मंगलवार को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद से उनके घर समेत पूरे इलाके में मातम पसरा है। इस आतंकवादी घटना में मारे जाने की सूचना मिलते ही उनके रिश्तेदारों के साथ बड़ी संख्या में शहरवासी बुधवार सुबह सुशील के घर पहुंचे।
कलेक्टर आशीष सिंह और शहर के सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता भी लगातार शोकाकुल परिवार से ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं। बुधवार सुबह कलेक्टर आशीष सिंह पहुंचे। उन्होंने शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। साथ ही विश्वास दिलाया कि पीड़ित परिवार को शासन से हर संभव मदद मुहैय्या कराने का आश्वासन दिया।
बीमा अधिकारी सुशील नथानियल के परिवार में 4 सदस्य हैं। ये सभी चार दिन पहले ही जम्मू कश्मीर घूमने गए थे। राहत की बात ये है कि, घर के सभी सदस्यों की जान बच गई है। बस बेटी के पैर में गोली लगी है। जबकि, घर के अन्य सदस्य ठीक हैं।
कलेक्टर आशीष जैन के अनुसार, बुधवार देर रात तक सुशील का शव इंदौर आ जाएगा। गुरुवार को अंतिम संस्कार किया होगा। बुधवार को क्षेत्रीय विधायक रमेश मेंदोला और प्रभारी महापौर राजेन्द्र राठौर के अलावा भाजपा और कांग्रेस के कई नेता पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद मृतक नथानियल के रिश्तेदार और अन्य से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया।
इस आतंकी घटना में घायल मृतक की बेटी आकांक्षा की हालत ठीक है। उसके पैर में गोली लगने की जानकारी सामने आई। प्राथमिक इलाज के बाद उसे भी पिता के शव के साथ इंदौर लाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार अलीराजपुर में पदस्थ बीमा अधिकारी सुशील नथानियल 15 अप्रैल को पत्नी जेनिफर, बेटे ऑस्टिन उर्फ गोल्डी जो खिलाड़ी है और बैंक ऑफ बड़ौदा गुजरात में पदस्थ बेटी आकांक्षा के साथ जम्मू कश्मीर रवाना हुए थे।
रात तक सुशील के शव के साथ घायल महू मेन स्ट्रीट की जेनिफर तथा सुशील नथानियल की बेटी आकांक्षा को इंदौर लाया जा रहा है। सुनील का पैतृक घर जोबट में है। 30 साल पहले वे इंदौर में रहने आए थे। हालात सामान्य बनाए रखने के लिए सुनील के घर के आसपास भारी पुलिसबल तैनात किया गया है।