भोपाल:पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बल्देवगढ़ जनपद पंचायत के जिस अफसर को सरंक्षण दिए जाने की वकालत मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस से की, उस अफसर को टीकमगढ कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने संस्पेंड कर दिया है।
अफसर पर पृथ्वीपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान हुई शिकायत पर जांच चल रही थी।
जनपद पंचायत में पदस्थ ग्यारसीराम जाटव एक पोलिंग बूथ के पीठासीन अधिकारी थे। मतदान के दिन हुआ विवाद के बाद उनकी जांच चल रही थी। उनकी जांच शुरू होने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 31 अक्टूबर को ट्वीट कर लिखा था कि ‘दलित शिक्षक पोलिंग अधिकारी के साहस को बधाई मामू गैंग अब इसे परेशान कर सकती है, मुख्य सचिव जी इसे पूर्ण संरक्षण मिलना चाहिए’।
सिंह की इस पोस्ट का कोई असर नहीं हुआ और जांच में जाटव दोषी पाए गए उन्हें कलेक्टर ने सस्पेंड कर दिया है।
सूत्रों की मानी जाए तो कलेक्टर ने जांच में पाया कि शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिए दो प्रशिक्षण दिए गए थे। साथ ही कार्य दायित्व के निर्वहन के लिए हैंडबुक पीठासीन अधिकारियों के लिए पुस्तक भी दी गई थी। मतदान के दौरान प्राप्त शिकायत और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के अवलोकन के बाद यह पाया गया कि मतदान केंद्र के अंदर मीडिया कर्मियों के प्रवेश करने पर पीठासीन अधिकारी जाटव ने अपने पद की गरिमा एवं जिम्मेदारी पूर्ण कार्यवाही नहीं की। वहीं निवार्चन आयोग के अनुसार भी काम नहीं किया गया।