Bhopal : नेमावर में हुए आदिवासी परिवार के हत्याकांड की घटना फिर चर्चा में है। इस मसले BJP और Congress आमने-सामने आ गए। घटना में जीवित बची लड़की भारती कारडे ‘न्याय यात्रा’ निकाल रही है, जिसे कांग्रेस का समर्थन मिला। नेमावर से यह यात्रा राजधानी भोपाल पहुंची।
कांग्रेस के बड़े नेता भारती के साथ राजभवन पहुंचे। लेकिन, कोरोना प्रोटोकॉल चलते राज्यपाल उनसे नहीं मिले। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल पर ही निशाना साधा और नारेबाजी की।
इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता धैर्य ही नहीं, विवेक भी खोते जा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं के राज्यपाल पर निशाना साधने पर CM शिवराज ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘कांग्रेस के नेता धैर्य ही नहीं, विवेक भी खोते जा रहे हैं, संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति पर ऐसी ओछी टिप्पणी न केवल राजनैतिक मर्यादाओं का हनन है, अपितु सबके कल्याण की कामना करने वाली भारतीय परंपरा का भी अपमान है. आपकी यह टिप्पणी हृदय प्रदेश के हृदय पर आघात है।’
CM शिवराज ने यह ट्वीट MP BJP के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा। इसमें लिखा था ‘शर्मनाक एवं निंदनीय!, कांग्रेस को जनजातीय वर्ग से इतनी नफ़रत है कि उनके नेता राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की मौत की कामना करने से भी नहीं चूकते! आज मध्य प्रदेश आक्रोशित है!’.
आदिवासी लड़की भारती कारडे के साथ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, कांतिलाल भूरिया और युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया राजभवन राज्यपाल से मिलने जा रहे थे। लेकिन, कोरोना के चलते इन नेताओं को राज्यपाल से मिलने से रोक दिया गया। इससे कांग्रेस नेता नाराज हो गए और महामहिम राज्यपाल के खिलाफ भी नारेबाजी की। जिसको लेकर बीजेपी ने अब कांग्रेस नेताओं को निशाने पर ले लिया है।
BJP के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा ‘महामहिम राज्यपाल के खिलाफ जो शब्दों का उपयोग किया, उससे पूरा एमपी आक्रोशित है। इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और सज्जन सिंह ने राज्यपाल मुर्दाबाद और कोरोना के डर से बाहर नहीं की बात की है. आज उससे पूरे प्रदेश में आक्रोश का माहौल है।