Complaint Against Collector is False : सीधी कलेक्टर के संजय टाइगर रिजर्व में निजी जिप्सी से तफरीह की शिकायत जांच में झूठी निकली!

जानिए, जांच रिपोर्ट के तथ्य क्या हैं और कलेक्टर किस काम से टाइगर रिजर्व में गए!

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Complaint Against Collector is False : सीधी कलेक्टर के संजय टाइगर रिजर्व में निजी जिप्सी से तफरीह की शिकायत जांच में झूठी निकली!

     Sidhi : सीधी कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के बारे में की गई शिकायत के मामले का खुलासा हो गया। संजय टाइगर रिजर्व में जिप्सी ले जाने के मामले में हुई जांच में पाया गया कि वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट ने मनमाने आरोप लगाए थे। जो भी शिकायतें की गई, वे सभी शिकायतें निराधार एवं झूठी है। ऐसे में अब वाइल्डलाइफ एक्टिविस्ट और शिकायतकर्ता अजय दुबे की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। जानकारी के अनुसार अब शिकायतकर्ता अजय दुबे के खिलाफ जांच की जा सकती है।

      मामले की जांच में सामने आया कि संजय टाइगर रिजर्व के 36 गांव का विस्थापन का कार्य जारी है। जिसमें आधे से अधिक गांव का विस्थापन हो चुका है। जहां परिवार विस्थापित हुए हैं, वहां की स्थिति को देखने के लिए सीधी कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी को शासकीय व्यवस्था से उपलब्ध करायी गई थी। जांच में पाया गया कि कलेक्टर अपने निजी वाहन के बजाय शासन द्वारा उपलब्ध कराए गए वाहन से उन गांव के भ्रमण पर गए थे। साथ ही शासकीय कार्य के चलते ही संजय टाइगर रिजर्व के भीतर उनको उस दिन को देखा गया था।

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उमरिया कलेक्टर को मलेरिया विभाग ने पत्र लिखा

      इस मामले में मलेरिया विभाग उमरिया ने कलेक्टर उमरिया को पत्र लिखकर कहा है कि सीधी संजय टाइगर रिजर्व में जिस जिप्सी (MP 54 ZA 3935) को मलेरिया विभाग उमरिया का होना दर्शाया गया, उसका उमरिया मलेरिया विभाग से कोई लेना-देना नहीं है। उमरिया में सिर्फ एक ही जिप्सी (MP 02 1072) है, ऐसे में वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे के द्वारा उमरिया मलेरिया विभाग से चोरी की जिप्सी का सीधी कलेक्टर द्वारा उपयोग की शिकायत फर्जी व झूठी हो जाती है। इस बात का खुलासा भी मलेरिया विभाग उमरिया द्वारा पत्र जारी करके किया गया।

उप मंडल अधिकारी की जांच भी पूरी हुई

      संजय टाइगर रिजर्व की उपवन मंडल अधिकारी के द्वारा क्षेत्र संचालक संजय टाइगर रिजर्व को भेजी गई जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बड़का डोल गेट में एंट्री व संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र के भीतर स्टाफ तथा अन्य लोगों से बातचीत करने पर यह पता चला है कि सीधी कलेक्टर द्वारा किसी के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया। साथ ही वे अपनी निजी जिप्सी से संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र के भीतर नहीं गए थे. बल्कि विस्थापन के मुद्दे में विस्थापित गांव का दौरा करने के लिए एवं लोगों से मुलाकात करने के लिए वह संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में गए थे। ऐसे में जो भी शिकायतें की गई थी वह झूठी एवं निराधार पाई गई।

यह शिकायत हुई थी

     शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए थे कि सीधी कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी संजय टाइगर रिजर्व में नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। कलेक्टर ने उमरिया स्वास्थ्य विभाग की जिप्सी से अवैध सफारी की है। की गई सभी शिकायतें जांच में निराधार पाई गई।