उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट
उज्जैन। तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार एवं प्रदेश कांग्रेस सचिव रवि शुक्ला ने अपनी टीम के साथ ऐसी व्यवस्था जमाई कि उज्जैन जनपद पर कांग्रेस की विंध्याकुंवर देवेंद्र सिंह ने जीत का परचम लहराकर इतिहास रच दिया, वही भाजपा के कुछ सदस्य अपना वोट डालने नही पहुंच पाएं।
यह खबर लगते ही स्थानीय विधायक और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव वोटिंग स्थल पहुंच गए और चुनाव प्रक्रिया पर ही सवाल खड़े किए एवं पुनः निर्वाचन करवाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
चुनाव अधिकारी और एडीएम संतोश टैगोर ने प्रक्रिया को फिर से करने को लेकर साफ मना कर दिया। इन सबके बीच उज्जैन जनपद से कांग्रेस ने उपाध्यक्ष पद का चुनाव भी जीत लिया।
अब भाजपा में घमासान मचा हुआ है कि आखिर भाजपा समर्थित 4 सदस्य वोट डालने क्यों नही पहुंचे जबकि कांग्रेस के 12 सदस्यों के मुकाबले भाजपा के 13 सदस्य मैदान में थे।
जहां इन चुनावों में एडीएम संतोष टैगोर की दबंग छवि उभर कर आई वही विधायक महेश परमार के साथ मध्यप्रदेश कांग्रेस सचिव रवि शुक्ला ने पार्टी नेतृत्व को यह बता दिया कि वे किसी से कम नहीं है।
उज्जैन जनपद के चुनाव में कांग्रेस की इस टीम ने यह साफ संदेश दिया कि यदि उज्जैन दक्षिण में कांग्रेस की इसी टीम ने काम किया तो यह सीट कांग्रेस के खाते में ही होगी कांग्रेस की जीत पर महेश परमार विक्ट्री का चिन्ह बनाते गदगद नजर आए उनके साथ मौजूद प्रदेश कांग्रेस सचिव रवि शुक्ला ने दावा किया कि उज्जैन दक्षिण से कांग्रेस ही आने वाले चुनावों में जीतेगी।
उन्होंने भाजपा पर फर्जी वोट डालने की कोशिशें करने का आरोप लगाते हुए कहा की भाजपा के लोग लोकतंत्र की हत्या करना चाहते है। लेकिन भगवान महाकाल ने भाजपा को आईना दिखा दिया है। कांग्रेस ने उज्जैन, बड़नगर और खाचरौद जनपद अध्यक्ष पद पर जीत कर भाजपा को कड़ा झटका दिया है।