Congress Leader’s Reply To Government : सरकारी विवाह कैंसिल हुए, तो कांग्रेस नेता ने अकेले 19 शादी करवा दी!
बदनावर से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : जिले में ‘मुख्यमंत्री कन्यादान योजना’ के तहत होने वाले समारोह के तहत खरीदी गई सामग्री में अनियमितता सामने आने के बाद कई आयोजन निरस्त कर दिए गए। इसमें एक आयोजन बदनावर का भी शामिल था।
बदनावर में 60 जोड़ों का विवाह होना था। यह आयोजन निरस्त होने के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक बालमुकुंद गौतम ने इनमें से 19 जोड़ों की शादी करवाई। उल्लेखनीय है कि गौतम परिवार बरसों से हर साल कई कन्याओं की शादियां करवाता आ रहा है।
बदनावर के खेड़ा में आयोजित समारोह में आज 19 जोड़े परिणय बंधन में बंधे। बालमुकुंद सिंह गौतम ने बताया कि ‘मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना’ में देने के लिए घटिया सामग्री की खरीद की गई। इस कारण आयोजन निरस्त कर दिए गए।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में एक बार हल्दी लगने के बाद विवाह किसी भी परिस्थिति में रोका नहीं का सकता। जब हमें सरकारी विवाह आयोजन निरस्त होने की सूचना मिली, तो हमने उन परिवारों के वर-वधू की शादी करवाने का संकल्प लिया जो आयोजन निरस्त होने के कारण प्रभावित हुए। ऐसे 19 वर-वधू आज परिणय बंधन में बंधे हैं।
सरकारी विवाह निरस्त हुए तो क्या हुआ, मैंने करवाए
बालमुकुंद गौतम ने बताया कि विवाह निरस्त होने के बाद मेरे पास प्रभावित परिवार के फोन आए। उन्होंने बताया कि विवाह निरस्त होने से हम परेशान हैं। बेटियों को हाथों में हल्दी मेहंदी लग गई, मेहमान घर आ गए। सरकार ने हमारे साथ मजाक किया है। अब हम लोग मिलकर इनकी शादी करेंगे। मैंने कहा आप तैयारी करो, मैं शादी करवाऊंगा क्योंकि, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में तो जमकर भ्रष्टाचार होता है। जो भी दहेज का सामान आता है, उसमें खूब हिस्सेदारी होती है और भाजपा के नेता वेंडर बनकर कमीशनखोरी करते हैं।
बदनावर में मंत्री का एक आदमी है, उसकी कोई दुकान नहीं है। लेकिन, वो सप्लायर है। यहां ऐसे ही सब मिल जुलकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। चाहे सामूहिक विवाह हो, चाहे रोड बनना या कोई भी काम हो! हर काम में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर चल रहा है।
गौतम ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों घोषणा वीर हैं। पहले लोगों को 15-15 लाख खाते में डालने का वादा किया, पर नही आए। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कन्यादान योजना के 51 हजार का चेक देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब सामग्री के बदले चेक ही देना थे तो विवाह निरस्त क्यों किए गए!