इंदौर। कांग्रेस ने अपने कुछ नेताओं पर दर्ज हुए मामलों और जिलाबदर की कार्रवाई के विरोध में विरोध रैली निकाली। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में यह रैली निकाली गई। रैली की शुरुआत विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-2 से हुई। यहीं करीब 5 हजार लोग एकत्रित हुए।
जिलाबदर किए गए कांग्रेस नेता राजू भदौरिया के समर्थक मौके पर पहुंचे जिससे जाम की स्थिति बन गई। भीड़ को काबू में करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया। रैली शुरू होने के कुछ मिनट बाद दिग्विजय सिंह रथ में रखी कुर्सी पर बैठ गए और कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई करते रहे। रैली करीब दो घंटे बाद कमिश्नर ऑफिस पहुंची और कमिश्नर डॉ पवन कुमार शर्मा को ज्ञापन दिया। कांग्रेस को अधिकतम 50 लोगों के साथ ज्ञापन देने की अनुमति मिली थी। लेकिन, इसके बदले रैली निकालने से शहर में हुए ट्रैफिक जाम व अनुमति का उल्लंघन किया गया।
कांग्रेस के नेता कुछ दिन पहले कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा से मुलाकात भी कर चुके हैं। लेकिन, कांग्रेस की इस मांग का निराकरण नहीं हुआ। इसके चलते अब कांग्रेस ने रैली निकाली। रैली में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, पूर्व विधायक प्रेमचंद गुड्डू, अश्विन जोशी, कृपाशंकर शुक्ला, शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल सहित कई नेता शामिल हुए। सुखलिया से शुरू हुई रैली करीब पौन किमी लंबी थी। इसमें कई मेटाडोर, बसें, जिप्सी, कारें व पहिया वाहनों पर सवार कांग्रेस नारेबाजी करते हुए जा रहे थे। इस दौरान 6 थानों का पुलिस बल था लेकिन इतनी भीड़ रही कि कोरोना प्रोटोकॉल की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गई। अधिकांश कांग्रेस मास्क नहीं पहने थे।
इस रैली में माइक धीमी आवाज में चलाने की अनुमति दी गई थी। लेकिन, जमकर जमकर शोर शराबा हुआ। रास्ते में कार्यकर्ता भाजपा सरकार को उखाड़ फेंको, ‘कमलनाथ के नेतृृत्व में फिर सरकार बनाएंगे, भाजपा मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। रास्ते में कुछ स्थानों पर मंच लगे थे, जहां दिग्विजयसिंह का सम्मान कर वहां से और भी कांग्रेसी जुड़ते गए और रैली बड़ी होती गई। खास बात यह कि प्रशासन की अनुमति में स्पष्ट लिखा गया है कि रैली, जुलूस, धरना, प्रदर्शन आदि प्रतिबंधित है, केवल ज्ञापन देने वालों के मामले में 50 की अनुमति होगी।
लेकिन, यह अनुमति कागज पर ही गई और कई गुना लोग शामिल हुए। यह रैली को आरएनटी मार्ग, जवाहर मार्ग व एमजी रोड पर अनुमति नहीं होने से रैली सुखलिया से मारुति नगर, कारसदेव नगर, तीन पुलिया, पाटनीपुरा, मालवा मिल, राजकुमार ब्रिज, श्रम शिविर, न्यू सियागंज, शास्त्री मार्ग होते हुए कमिश्नर ऑफिस पहुंची और कमिश्नर को ज्ञापन दिया।