Congress’s Allegations on EC : निर्वाचन आयोग पर कांग्रेस के आरोप, अपात्र को BLO बनाया!
Indore : विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए निर्वाचन आयोग को भाजपा की कठपुतली बताया। कांग्रेस ने इसे लेकर निर्वाचन आयोग को नोटिस भी भेजा है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह गौतम एवं मतदाता सूची के कार्य इंदौर प्रभारी दिलीप कौशल ने पत्रकारों से चर्चा की।
उन्होंने बताया है कि जिले की 9 विधानसभा सीटों के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 302 अपात्र कर्मचारियों को शासकीय बीएलओ बनाया है। ये कर्मचारी भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित पात्रता नहीं रखते, इस कारण इंदौर की मतदाता सूची में निरंतर गड़बड़ियां सामने आ रही है।
ऐसे 302 अपात्र कर्मचारियों को बीएलओ के कार्य से तत्काल मुक्त करने की मांग भी कांग्रेस ने की। इन बीएलओ द्वारा किए गए कार्यों की जांच के लिए भी अभिभाषक जयेश गुरनानी के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग जिला कलेक्टर सहित सभी रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को कानूनी नोटिस भेजकर अपात्र बीएलओ कर्मचारियों की सूची भी सौंपी है।
मतदाता सूची में गड़बड़ी
कांग्रेस नेता संतोष सिंह गौतम ने बताया कि निर्वाचन आयोग बीजेपी को जिताने के लिए पारदर्शी तरीके से कार्य नहीं करते हुए नित्य नए पैतरे अपना रहा है। मतदाता सूचियों की गड़बड़ी मतदाता केंद्रों में फेरबदल, मतदान केंद्रों में पुनः निर्धारण, उनकी संख्या कम करना, निर्वाचन कार्यालय के रिकॉर्ड चोरी होना और अपात्र कर्मचारियों को बीएलओ बनाए जाना गड़बड़ियां कर रहा है। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि बीएलओ के दायित्व भारत निर्वाचन आयोग ने पात्रता तथा कर्तव्य पर निर्देशिका भी जारी की है। इसका पालन कराने में मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग अक्षम प्रतीत हो रहा है।
प्रदेश की सबसे बड़ी और सबसे छोटी विधानसभा इंदौर में है। कांग्रेस पार्टी गत विधानसभा चुनाव में 5 नंबर सीट से मात्र 11 सो मतों से हार गई थी। जबकि, निर्वाचन आयोग द्वारा इस वर्ष जारी की गई मतदाता सूची में 5857 नए मतदाता जुड़े थे और 27 हजार 819 मतदाताओं के नाम बिना विधिक प्रक्रिया के काट दिए गए। इसी प्रकार विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 में 1701 नाम जोड़े गए, 8087 नाम मतदाता सूची से काटे गए। इस प्रकार इंदौर की 9 विधानसभाओं में आगामी चुनाव के लिए जारी की गई अंतिम प्रकाशित मतदाता सूची में से एक लाख 35 हजार 836 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। उक्त तथ्य अपात्र बीएलओ की कार्यशैली का पुख्ता प्रमाण है।