Conspiracy of Atiq Murder : अतीक अहमद की हत्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग से मिली पिस्टल से हुई!
New Delhi : उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई को सरेआम गोली मारने वाले तीनों शूटर्स ने यूपी पुलिस के सामने इस बात को कबूल किया कि उन्हें जिगाना पिस्टल गोगी गैंग से मिली थीं। उधर, लॉरेंस बिश्नोई ने NIA के सामने इस बात का खुलासा किया कि 2021 में उसने अमरीका से गोल्डी बराड़ के जरिए गोगी गैंग को दो जिगाना पिस्टल दी थीं। इसी से अतीक और उसके भाई की हत्या हुई। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या अमेरिका से मंगवाई गई इसी पिस्टल से अतीक और अशरफ की हत्या की गई थी!
लॉरेंस बिश्नोई ने यह भी बताया कि उसके टॉप 10 टारगेट में किस-किस के नाम शामिल थे। बिश्नोई के कबूलनामे में सामने आए नाम ये हैं। उसका टारगेट नंबर 1 बॉलीवुड के एक्टर सलमान खान है। दूसरे नंबर पर शगुनप्रीत (मैनेजर, सिद्धू मुसेवाला), नंबर 3 पर मनदीप धालीवाल (लक्की पटियाल का गुर्गा), नम्बर 4 पर गैंगस्टर कौशल चौधरी और पांचवे नम्बर पर गैंगस्टर अमित डागर है। लॉरेन्स ने बताया कि विक्की मुद्दुखेड़ा के कत्ल की पूरी साजिश अमित डागर और कौशल चौधरी ने तैयार की थी।
लॉरेंस का टारगेट नम्बर 6 सुखप्रीत सिंह बुद्धा (बमबिहा गैंग का हेड) है। 7वां टॉरगेट गैंगस्टर लक्की पटियाल है। टॉरगेट नंबर 8 पर गौण्डर गैंग का गुर्गा रम्मी मसाना है। लौंरेंस के मुताबिक, रम्मी मसाना से मुझे अपने मेरे कजिन अमनदीप की हत्या का बदला लेना है वो मेरे दुश्मन गैंग का शार्प शूटर है। उसका 9वां टॉरगेट गुरप्रीत शेखो है जो गौण्डर गैंग का सरगना है। उसने बताया कि गुरप्रीत मेरे दुश्मन गौंडर गैंग का सरगना है और इसी ने मेरे कजिन को मारने के लिए रम्मी मसाना को हथियार मुहैया कराए थे। जबकि, लॉरेंस का 10वां टॉरगेट भोलू शूटर है जो सनी लेफ्टी और अनिल लठ है जो विक्की मुद्दुखेडा के कातिल हैं।
लॉरेंस का संपर्क गोल्डी बराड़ से
लॉरेंस ने अपने कबूलनामे में कहा कि विक्की मुद्दुखेड़ा के कत्ल का बदला लेने के लिए लॉरेन्स ने सिंतबर/अक्टूबर 2021 में तीन शूटर्स शाहरुख, डैनी और अमन को सिद्धू मुसेवाला के कत्ल के लिए उनके गांव भेजा था। गांव में रुकने के लिए उनकी मदद मोना सरपंच और जग्गू भगवानपुरिया ने की थी। लेकिन, बाद में इन शूटर्स ने बताया कि सिद्धू मुसेवाला को मारने के लिए कुछ और शूटर्स को शामिल करना पड़ा। इस दौरान लॉरेन्स कनाडा में गोल्डी बराड़ के सम्पर्क में भी था.
लॉरेंस ने एनआईए की पूछताछ में कबूल किया कि सिद्धू मुसेवाला की हत्या की साजिश तैयार करते वक़्त हवाला के जरिये 50 लाख रुपये कनाडा में गोलडी बराड़ को भिजवाए थे। उसने बताया, साल 2018 से लेकर 2022 के बीच लॉरेंस ने यूपी के खुर्जा से अपने करीबी गैंगस्टर रोहित चौधरी की मदद से आर्म्स सप्लायर कुर्बान चौधरी शहजाद से करीब 2 करोड़ रुपये में 25 हथियार खरीदे थे जिसमें 9 MM की पिस्टल और AK 47 शामिल हैं। इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल सिद्धू मुसेवाला के कत्ल में हुआ था।
लॉरेन्स बिश्नोई ने NIA के सामने ये भी कबूल किया कि भरतपुर, फरीदकोट व अन्य जेलों में रहते हुए उसने कभी राजस्थान के कारोबारियों, कभी चंडीगढ़ के 10 क्लब मालिको, अम्बाला में मॉल के मालिक, शराब कारोबारियों तो कभी दिल्ली और पंजाब के सटोरियों से करोड़ों रूपए की उगाही की थी।