Conspiracy Secrets Exposed : जयपुर को फिर सीरियल ब्लास्ट से दहलाने की साजिश के नए राज खुले!

आतंकियों के लाखों रुपए के प्रस्ताव को ईमानदार पुलिसकर्मियों ने ठुकराया

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Conspiracy Secrets Exposed : जयपुर को फिर सीरियल ब्लास्ट से दहलाने की साजिश के नए राज खुले!

 रतलाम से रमेश सोनी की विशेष रिपोर्ट

Ratlam : जयपुर को एक बार फिर बम धमाकों से दहलाने के मंसूबों को लेकर कार से राजस्थान की और जाते हुए 5 आतंकवादियों को निम्बाहेड़ा पुलिस ने पिछले 31 मार्च को चेकिंग के दौरान पकड़ा था। अब इनसे जयपुर ATS पूछताछ कर रही है। इनसे रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। बताते हैं कि इन्होंने निम्बाहेड़ा पुलिस को लाखों रूपए देने की पेशकश की थी, ताकि उन्हें छोड़ दिया जाए! पर, पुलिस ने इन्हें छोड़ा नहीं!

जानकारी यह भी है कि चेकिंग में कुछ हासिल नहीं होने पर, पुलिस के एक अधिकारी ने पकड़े गए एक युवक की छाती पर हाथ रखकर दिल की धड़कनों को चेक किया तो वो तेज चल रही थी। इसी से अनुमान लगाया गया कि पुलिस से कुछ छुपाया जा रहा है। उसी समय इन सभी को थाने ले जाकर पूछताछ करने और कार की तलाशी लेने पर यह सब खुलासा हुआ।

यदि पुलिस यह सख्ती नहीं करती, तो ये आतंकवादी जयपुर में को एक बार 13 मई 2013 के बम धमाकों की तरह दहलाकर अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते। 2013 के सीरियल ब्लास्ट में 8 बम धमाकों से जयपुर को दहला दिया था। जिसमें कई मासूमों की जान गई थी। राजस्थान की निम्बाहेड़ा पुलिस की मुस्तैदी से की गई इस चेकिंग ने जयपुर में बचा लिया।

जयपुर में एक बार फिर सीरियल बम ब्लास्ट करने की नई साजिश रतलाम के इन्हीं दहशतगर्दों ने रची थी। इसके लिए मास्टर माइंड इमरान के पोल्ट्री फॉर्म का उपयोग हुआ। फिलहाल इमरान सहित उसके अन्य साथियों से पूछताछ चल रही है, जो रोज नए गुनाह के राज उगल रहे हैं। जयपुर में सीरियल ब्लास्ट की साजिश में पकड़ाए इमरान और सेफुल्ला आपस में रिश्तेदार हैं। इन्होंने मिलकर इमरान के पोल्ट्री फॉर्म पर जयपुर को सीरियल ब्लास्ट से दहलाने की साजिश रची थी। यह खुलासा पुलिस गिरफ्त में आए साजिशकर्ताओं से पूछताछ में उगले है। 13 मई 2013 को जयपुर में एक के बाद एक 8 बम धमाके हुए थे, जिसमे कई जान गई थी।

इसके बाद इस बार फिर 12 किलो आरडीएक्स से बम धमाके करने की साजिश इमरान के पोल्ट्री फार्म पर ही रची गई। इनकी साजिश के अनुसार ‘सिमी’ और ‘सूफा’ को प्रतिबंधित करने पर ‘सूफा’ संगठन के बजाए बम धमाकों के बाद इमरान अल सूफा नाम के संगठन के नाम का ईमेल में उपयोग होने लगा। इमरान की सोच रहीं की संगठन बंद हो सकता है, विचारधारा नहीं। अपने इस आतंकी संगठन ‘सूफा’ को विश्व स्तर पर सुर्खियों में लाने के लिए जयपुर को दहलाने की साजिश रची थी।