Controversy After Car Siege : मतदान विवाद थाने पहुंचा, दोनों पक्ष जिद पर अड़े
Indore : नगरीय निकाय चुनाव में मतदान वाले दिन बुधवार को वार्ड क्रमांक 22 में शुरू से ही भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में तनातनी चल रही थी। मतदान के दिन शाम को इस तनातनी ने बड़ा रूप ले लिया और बवाल मच गया। इसके चलते जहां थाने का घेराव और हंगामा हो गया। पुलिस ने लाठियां भांजकर कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। रात में चंदू शिंदे व उनके बेटे की शिकायत पर राजू भदौरिया सहित अन्य पर जानलेवा हमले की धारा में केस दर्ज किया गया।
वार्ड 22 में भाजपा प्रत्याशी चंदू शिंदे पर रविदास नगर की महिलाओं ने अपशब्दों का आरोप लगाते हुए उन्हें घेर लिया। शिंदे ने बचने के लिए खुद को कार में कैद कर लिया, इसके बावजूद महिलाओं ने कार पर चप्पलें बरसाई। वहीं कुछ लोगों ने कार के कांच भी फोड़ दिए। इसके बाद दोनों तरफ से कार्यकर्ता थाने के सामने इकट्ठा हो गए, जहां इनके बीच मारपीट शुरू हुई।
आखिरकार पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को हटाना पड़ा। बुधवार दोपहर चंदू शिंदे मतदान का जायजा लेने रविदास नगर स्थित बूथ पर पहुंचे थे। यहां उन पर किसी ने कुछ कमेंट किया, तो उन्होंने इसका जवाब दिया। इसी बीच कुछ महिलाओं से उनकी बहस हो गई। महिलाओं का आरोप है कि बहस के दौरान चंदू ने उन्हें गालियां देने और देख लेने की धमकी देना शुरू कर दी।
रोक ली कार, चप्पल बरसाई
इससे आक्रोशित महिलाओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता कम थे। महिलाओं को आक्रोशित देख चंदू कार में बैठकर रवाना होने लगे, लेकिन महिलाओं ने कार आगे नहीं बढ़ाने दी। इसी दौरान कुछ महिलाओं ने चप्पलें निकालकर कार के कांच पर मारना शुरू कर दिया। वहीं कुछ युवकों ने कार के बोनट मुक्के मारते हुए साइड ग्लास तोड़ दिया। एक पत्थर से कार का पिछला कांच भी फूट गया। कुछ कार्यकर्ताओं ने मामला शांत करते हुए उन्हें मौके से निकाला, वे तत्काल हीरानगर थाने पहुंचे। इस बीच पहुंची पुलिस ने कांग्रेस प्रत्याशी राजू भदौरिया को थाने में बैठा लिया। थाने के सामने भाजपा और कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता जमा हो गए। इस दौरान कांग्रेस की ओर से भी महिलाओं ने मोर्चा संभाला और चंदू शिंदे के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग करने लगे। स्थिति देख पुलिस का भारी बल यहां लगाया गया।
पुलिस ने लाठियां चलाई
दोनों ओर से नारेबाजी के बीच कार्यकर्ता अचानक उग्र हो गए और एक दूसरे पर पिल पड़े। यह देख पुलिस ने भी जमकर लाठियां भांजी और कार्यकर्ताओं को अलग-अलग किया। इस दौरान आधा दर्जन के करीब युवकों को चोटें आई। हंगामे और हुड़दंग की सूचना पर जहां पुलिस के आला अधिकारियों ने कमान संभाली, वहीं विधायक रमेश मेंदोला, नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे, महापौर प्रत्याशी के साथ आसपास के पार्षद प्रत्याशी भी थाने पहुंच गए। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी राजू भदौरिया पर साजिशन हमला कराने के आरोप लगाते हुए प्रकरण दर्ज करने की मांग की।
प्रकरण दर्ज करने का दबाव
इस बीच कांग्रेस की और से नगर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला, विधायक जीतू जिराती, विशाल पटेल, चिंटू चौकसे आदि भी थाने पहुंचे। यहां दोनों पक्ष एक-दूसरे की गलती बताते हुए प्रकरण दर्ज करने का दबाव बनाने लगे। मामला बढ़ता देख शाम करीब 6 बजे एडि पुलिस कमिश्नर मनीष कपूरिया थाने पहुंचे। इस दौरान डीसीपी, एडी डीसीपी, एसीपी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी दोनों पक्षों को समझाइश देते रहे। वहीं महिलाओं ने चंदू शिंदे पर प्रकरण दर्ज कराने का दबाव भी बनाया जाता रहा। रात करीब 9 बजे तक थाने पर दोनों पक्षों के बीच समझाइश का दौर चल रहा, लेकिन कोई भी पक्ष झुकने को तैयार नहीं था।