धर्मांतरण व भ्रष्टाचार प्रदेश में नहीं चलने दूंगा बोले मुख्यमंत्री शिवराज
इटारसी से वरिष्ठ पत्रकार चंद्रकांत अग्रवाल की विशेष रिपोर्ट
बैतूल। अब सरकार भोपाल से नहीं चोपाल से चलेगी। प्रदेश में धर्मांतरण का कुचक्र किसी भी कीमत पर चलने नहीं दूंगा। उक्त बातें बैतूल जिले के ग्राम कुंडबकाजन में ‘मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान’ अंतर्गत आयोजित स्वीकृति-पत्र वितरण कार्यक्रम में सहभागिता करते हुए आज दोपहर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषण में कहीं। इस अवसर पर कृषि मंत्री कमल पटेल और सांसद दुर्गादास उइके एवं अन्य गणमान्य जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जनप्रतिनिधियों ने मेरे पास आकर यह आवाज उठाई है कि मेड़ा बांध की ऊंचाई अगर बढ़ जाए तो और 10000 एकड़ में सिंचाई की सुविधा हो सकती है।
इसलिए आज मैं फैसला कर रहा हूं की मेड़ा बांध की ऊंचाई 1.80 मीटर बढ़ाई जाएगी। अगले बजट में बकाजन से भीमपुर मार्ग पर पुल बनवाने का काम शामिल कर दिया जाएगा, ताकि जनता को कोई दिक्कत ना हो। अगले बजट में ग्राम बकाजन से भीमपुर मार्ग पर पुल बनवाने का काम शामिल कर दिया जाएगा, ताकि जनता को कोई दिक्कत ना हो। इस मार्ग का चौड़ीकरण भी किया जाएगा। बिजली की समस्या के स्थाई समाधान के लिए ग्राम पंचायत में 132kv का एक बड़ा सबस्टेशन ₹80 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। लोकतंत्र में असली मालिक जनता है। लोकतंत्र में कोई मुख्यमंत्री, अधिकारी, कर्मचारी असली मालिक नहीं हैं, मध्यप्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता ही असली मालिक है। आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। मैंने यहां 159 गांव की घोघरी समूह जल योजना का भूमि पूजन किया है। इसमें 278 करोड़ रुपए लगेंगे और 159 गांवों में पीने का पानी आएगा। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के माध्यम से पंचायतों और वॉर्डों में शिविर लगाकर जनहितकारी योजनाओं का लाभ देने का हम कार्य कर रहे हैं। अब सरकार भोपाल से नहीं चौपाल से चलेगी। सरकार जनता के घर-घर तक पहुंचे, ताकि जनता को भटकना न पड़े। मध्यप्रदेश की धरती पर किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार को हम चलने नहीं देंगे, इसके लिए हम संकल्पबद्ध होकर आये हैं। जिसने भी गड़बड़ की है, उसे प्रदेश में नौकरी करने लायक नहीं रहने दूंगा। बेतूल जिले में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के 40 शिविर लगे थे। उनमें 184439 आवेदन आए जिसमें से 155078 लोगों के काम हो गए हैं। नर्मदापुरम में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के 573 शिविर लगे थे। उनमें 173469 आवेदन आए जिसमें से 159389 स्वीकृत कर लिए गए हैं। हरदा जिले में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के 300 शिविर लगे थे। उनमें 105462 आवेदन आए जिसमें से 96887 स्वीकृत कर लिए गए हैं। अप्रैल में फिर से जनसेवा अभियान चलेगा। अगर कोई छूट गया हो तो उसे दफ्तर नहीं आना, सरकार फिर गाँव-गाँव आएगी। वहीं शिविर लगेंगे और वहीं समाधान होगा। हम जमाना बदलने की कोशिश कर रहे हैं। मैं धर्मांतरण का कुचक्र मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं चलने दूंगा। जनजातीय बेटी से विवाह करके जमीन लेने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। अब यह अपराध की श्रेणी में होगा और गड़बड़ करने वालों को जेल भेजा जायेगा।
अब तालाब में मछली पालने या सिंघाड़ा लगाने का निर्णय भी अब ग्राम सभा करेगी। यदि 100 एकड़ तक की सिंचाई का तालाब है, तो उसके प्रबंधन का अधिकार भी ग्राम सभा को होगा। अब जो ग्रामसभा 15 दिसंबर तक प्रस्ताव पास कर देगी कि वे खुद तेंदूपत्ता तोड़ेंगे और बेचेंगे, वहां फॉरेस्ट वाले नहीं तोड़ेंगे। ग्राम सभा ही तोड़ेगी और बेचेगी भी तथा इसका मूल्य भी आप ही तय करेंगे। मनरेगा के काम अब अफसर तय नहीं करेंगे। गांव में पैसा आयेगा और विकास के कौन से कार्य किये जायेंगे, यह ग्रामसभा तय करेगी।
मुख्यमंत्री ने स्व-सहायता समूहों की बहनों द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया एवं उन्हें प्रोत्साहित किया।मुख्यमंत्री ने ग्राम निशाना,जिला बैतूल में आयोजित विशेष ग्राम सभा में जनजातीय भाई-बहनों को मध्यप्रदेश पेसा एक्ट के संबंध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पटवारी को नक्शा,खसरा और बी-1 की नकल ग्राम सभा में रखनी होगी ताकि कोई भी जनजातीय समाज की जमीन न हथिया पाए।मुख्यमंत्री ने लगभग ₹500 करोड़ के विकासकार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन कर जिलेवासियों को विभिन्न सौगातें भी दीं।
सी एम ने मंच से यह कहते हुए कि मुझे शिकायतें मिलीं हैं, बैतूल जिले के मुख्य स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी,खनिज अधिकारी और बिजली विभाग के दो उपयंत्रियों को निलंबित करने का आदेश भी दे दिया।