Corona Effect : कोरोना की आशंका में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और ‘अप्रवासी सम्मेलन’ पर रोक संभव!
New Delhi : कोरोना बढ़ने की आशंका में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय दो दिन से लगातार बैठक कर रहा है। इस बात को लेकर चर्चा है, कि कैसे आने वाले दिनों में हालात पर काबू पाया जा सकता है। कोविड प्रोटोकॉल के चलते जो जरुरी कदम पहले उठाए गए थे, वे फिर से लागू किए जाने की जरुरत महसूस की जाने लगी है, ताकि हालात बिगड़ने से पहले उन पर काबू पाया जा सके। ऐसी स्थिति में ऐसे सभी कार्यक्रमों पर रोक लग सकती है, जहां लोगों का जमावड़ा होता है और उससे कोरोना फैलने की आशंका है।
कोविड मामलों पर नजर बनाए रखने वाली कमेटी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में क्रिसमस और नए साल पर होने वाले कार्यक्रमों समेत अन्य भीड़भाड़ वाले आयोजनों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं। ऐसा हुआ तो संभव है कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर ब्रेक लग सकता है। इंदौर में होने वाला प्रवासी भारतीय सम्मेलन भी खटाई में पड़ सकता है। क्योंकि, इसमें सभी अतिथि देश के बाहर से ही आएंगे और इंदौर में आकर आम लोगों के संपर्क में रहेंगे। यही स्थिति ‘इन्वेस्टर्स समिट’ के बारे में भी संभावित है।
नए साल पर छुट्टियां मनाने जाने वाले लोगों पर भी इसका असर पड़ सकता है। इसके अलावा राजनीतिक रूप से सबसे बड़ा असर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा, प्रवासी भारतीय सम्मेलन पर असर पड़ सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि भले ही अभी तुरंत दिशा-निर्देश न जारी हों, लेकिन लोगों को भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए।
दुनियाभर में कोरोना के बिगड़े हालात को देखते हुए देश में भी संक्रमण से बचाव के चाक-चौबंद इंतजाम किए जाने लगे हैं। दो दिनों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय समेत तमाम जिम्मेदार महकमों और अधिकारियों के साथ हुई बैठक में एक बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों में लोगों को जाने से रोका जाना चाहिए।
कोविड प्रोटोकॉल के आसार
दो दिनों से लगातार हो रही स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठकों में चर्चा है कि कैसे आने वाले दिनों में हालात पर काबू पाया जाना है। इस बैठक में मौजूद स्वास्थ्य मामलों से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड प्रोटोकॉल के चलते जो एहतियातन कदम पहले उठाए गए थे, उसी को एक बार फिर से लागू किए जाने की आवश्यकता है। उस प्रोटोकॉल के चलते भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों के आयोजन पर न सिर्फ रोक लगी थी, बल्कि लोगों को ऐसी जगहों पर जाने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य था। सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ दिनों के भीतर अपने देश में संक्रमण को रोकने के लिए कुछ ऐसे ही एहतियातन सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
कोविड मामलों पर नजर रखने वाली कमेटी के अनुसार, अगर अभी सख्त कदम उठा लिए गए, तो आने वाले दिनों में चीन, जापान और दुनिया के अन्य देशों जैसे फैले हालात से बचा जा सकता है। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में क्रिसमस के आयोजनों से लेकर नए साल पर होने वाले कार्यक्रमों और मनाई जाने वाली छुट्टियों में लोगों को बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है। इस बैठक में ऐसे आयोजनों और भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों पर सतर्कता बरतने की लिहाज से भी चर्चा हुई। अभी पूरी तरह से ऐसे कार्यक्रमों पर रोक और बंदिश तो नहीं लगी, लेकिन हालात बिगड़ने पर यह फैसला भी लिया जा सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को रोकने के लिए चिट्ठी लिखी है। उससे अनुमान लगाया जा रहा कि ऐसे भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों पर रोक लग सकती है। कांग्रेस के मुताबिक, अगर सरकार कोविड से बचाव संबंधी कोई प्रोटोकोल बनाती है, तो उसमें उनकी पार्टी पूरी तरीके से सहयोग करेगी। सिर्फ उनकी यात्रा को रोकने के लिए सरकार रोड़े अटका आएगी, तो उनकी पार्टी इसका पुरजोर विरोध भी करेगी। कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेता कहते हैं कि अगर अंकुश लगेगा, तो सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा समेत सभी दलों के बड़े आयोजनों पर अंकुश लगे।