Coronavirus: दो राज्यों में कोरोना के करीब 50 प्रतिशत एक्टिव केस

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भारत में कोविड के केस बढ़ने का क्रम लगातार जारी है. कुल एक्टिव मरीज 37 हजार से ज्यादा है. इनमें से 18 हजार सक्रिय मामले केवल दो राज्यों में हैं. इनमें केरल और महाराष्ट्र शामिल है.

केरल में कोविड के 13745 और महाराष्ट्र में 4667 केस हैं. इन दोनों राज्यों में मिलाकर कुल 18,412 केस हैं, जो देश के कुल एक्टिव मरीज ( 37, 0930) का करीब 50 फीसदी है. पिछले एक सप्ताह से महाराष्ट्र और केरल में सक्रिय मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. साथ ही पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ रहा है.

एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना इन दोनों राज्यों में हर साल ही बढ़ता है. वायरस के फैलने की शुरुआत भी यहीं से होती है. दोनों राज्यों में कोविड का सर्विलांस और टेस्टिंग भी काफी अच्छी है. यह भी कोविड के केस बढ़ने का एक कारण है.

साथ ही लोगों की अधिक आवाजाही के कारण भी केरल और महाराष्ट्र में वायरस का प्रसार भी अधिक रहता ही है. क्या अगली वेव आएगी? दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन विभाग के डॉ. संजय धल बताते हैं कि कोविड की अगली वेव नहीं आएगी.

कुछ केस बढ़ रहे हैं, जो जल्द ही कम भी होने लगेंगे. कोविड का प्रसार अब वैसा नहीं रह गया है जैसा दूसरी या पहली वेव में हुआ करता था. तब दूसरे वेरिएंट्स थे, जो संक्रामक थे और मारक क्षमता भी ज्यादा थी, लेकिन समय के साथ-साथ वायरस का इफेक्ट कम हो रहा है. इसका इन्क्यूबेशन पीरियड भी तीन से चार दिन का ही बचा है.

जो पहले 14 दिन का हुआ करता है. अब वायरस लंग्स में कोई इफेक्ट नहीं कर रहा है. ऑक्सीजन लेवल भी गिरने के केस नहीं आ रहे हैं. ऐसे में अगली वेव आने का रिस्क अब नहीं है.

डेल्टा के बाद नहीं आया कोई खतरनाक वेरिएंट डॉ . संजय का कहना है कि देश में डेल्टा वेरिएंट के बाद से कोई घातक स्ट्रेन नहीं आया है. दूसरी लहर के बाद ये वेरिएंट कम होने लगा था. पिछले करीब डेढ़ साल से ओमिक्रॉन ही मिल रहा है.

इसके 300 के करीब स्ट्रेन रिपोर्ट हुए हैं. इनमें से कोई भी खतरनाक नहीं है. सार्स कोव से कोई खास परेशानी नहीं दिख रही है. वायरस के लक्षण एक सामान्य सीजनल फ्लू जैसे हो गए हैं. ऐसे में देश में अभी कोविड से चिंता वाली स्थिति नहीं है. केवल हमें अपना बचाव करना है और अन्य बीमारियों पर भी ध्यान देना है