Corporation Scam Case : फर्जी बिल घोटाला मामले में बर्खास्त कर्मचारी को भी पकड़ा!
Indore : नगर निगम में हुए करोड़ों के फर्जी बिल भुगतान घोटाले में परत दर परत जानकारियां सामने आ रही है। चार ठेकेदारों और दो निगमकर्मियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के लिए बुलाए गए बर्खास्त कर्मचारी राजकुमार सालवे को भी पकड़ लिया गया। यह कर्मचारी बिल बनाने तथा भुगतान करने में मदद करता था।
एमजी रोड पुलिस ने बताया कि 16 अप्रैल को धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस फाइलों की बारीकी से जांच कर रही है। जांच के आधार पर पांच ठेकेदारों पर केस दर्ज हुआ था। इसमें से चार ठेकेदारों, जिसमें एक महिला ठेकेदार भी शामिल है, को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है। डाटा इंट्री आपरेटर और इंजीनियर भी इनके साथ पकड़े गए।
सभी आरोपियों ने पूछताछ में कार्यपालन यंत्री अभय राठौर द्वारा राशि लेने, बिल बनाने की बात कही है। इसके बाद से पुलिस ने अभय राठौर की भी तलाश शुरू कर दी है। अभय राठौर के पकड़ाने के बाद लेखा, ड्रेनेज विभाग, जनकार्य विभाग के कुछ अधिकारी-कर्मचारियों के नाम सामने आ सकते हैं।
पुलिस ने बताया कि सोमवार रात को पूछताछ में इंजीनियर उदय भदौरिया और चेतन भदौरिया ने बताया कि वे फाइल तैयार करने के बाद भुगतान के लिए लेखा विभाग को भेजते थे। फाइल आने के बाद यहां पदस्थ कर्मचारी राजकुमार सालवे बिल तथा भुगतान दिलाने में ठेकेदारों की मदद करता था। आरोपियों द्वारा राजकुमार का नाम लेने पर उसे पूछताछ के लिए थाने बुलाया, जहां उसने बिल और भुगतान को लेकर अपने बयान दिए। बयान देने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है।
एक साल पहले हो चुकी कार्रवाई
निगम के सूत्रों ने बताया कि एक साल पहले लेखा विभाग के तत्कालीन अपर आयुक्त के समय भुगतान को लेकर गड़बड़ी होने से राजकुमार को सस्पैंड किया था। उसे ट्रेंचिंग ग्राउंड भेज दिया था। जांच पूरी होने के बाद उसे बर्खास्त किया गया था।