Coup in Bangladesh : बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का सेना ने तख्ता पलटा, शेख हसीना ने देश छोड़ा!
सेना अंतरिम सरकार बनवाने की बात कर रही, क्योंकि सरकार से करीबी रिश्ते!
Dhaka : बांग्लादेश में हालात बिगड़ गए। स्थिति इतनी खराब है कि सेना देश की सरकार संभालने की स्थिति में आ गई। शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। कहा यह भी जा रहा कि वे देश छोड़ जा चुकी हैं। यह भी कहा जा रहा कि शेख हसीना दिल्ली के रास्ते लंदन जा रही हैं। इस बीच चर्चा इस बात की है कि बांग्लादेश में तख्तापलट होने वाला है और सत्ता सेना के हाथों में सत्ता आ जाएगी। बांग्लादेश के जो हालात हैं यहां इस संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
बांग्लादेश में कानून व्यवस्था के बीच बिगड़े हालात के बीच शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया। खबर है कि वे देश छोड़ जा चुकी हैं। चर्चा इस बात की भी है कि वे क्या भारत आ रही हैं! जैसे हालात हैं, इस संभावना को नकारा नहीं जा सकता। अभी सेना अंतरिम सरकार बनवाने की बात कर रही है, लेकिन बांग्लादेश का इतिहास बताता है कि यहां सेना सरकार में आ सकती है।
लंबा है तख्तापलट का इतिहास
बांग्लादेश में तख्तापलट का इतिहास काफी पुराना है। 1971 में आजादी पाने के बाद बांग्लादेश में सिर्फ 5 साल चुनी हुई सरकार चल पाई। उसके बाद 1975 में तख्तापलट हुआ और सेना ने देश की सत्ता पर कब्जा कर लिया। फिर 1990 तक बांग्लादेश की सेना ने ही वहां पर सरकार चलाई।
सेना और सरकार में करीबी रिश्ते
साल 2009 में भी शेख हसीना के सत्ता में आने से पहले देश में एक सैन्य समर्थन कार्यवाहक सरकार थी। ऐसे में बांग्लादेश की सेना और वहां की सरकार के बीच में करीबी रिश्ते देखे जाते हैं। बांग्लादेश की सेना का मानना है कि सरकार को स्वतंत्र रूप से काम करना चाहिए। लेकिन, जब-जब देश में अस्थिरता का दौर आया, सेना ने सक्रिय रूप अपनी भूमिका निभाते हुए न सिर्फ सत्ता में अपनी भागीदारी दिखाई, बल्कि कई मौकों पर सरकार बनाने का काम भी किया।
सेना के सामने भी बड़ी चुनौती
इस बार की स्थिति कुछ ऐसी है कि शेख हसीना देश छोड़कर जा चुकी हैं। आर्मी कह चुकी है कि एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा। लेकिन, अलग-अलग विचारों वाली पार्टियों को किस प्रकार से साथ लाया जाए, इस मुश्किल स्थिति में कैसे सभी को एकजुट रखा जाए,यह एक बड़ी चुनौती है। कुछ जानकार मानते हैं कि सेना को ही अंत में सत्ता की बागडोर अपने हाथ में लेनी पड़ेगी। अगर ऐसा होता है तो सही मायनों में बांग्लादेश में कई सालों बाद फिर सेना का राज भी आएगा और इसे एक आधिकारिक तख्तापलट भी माना जाएगा।
बांग्लादेश की सेना की ताकत
बांग्लादेश की सेना ताकतवर मानी जाती है। बांग्लादेश की सेना में इस समय 1,75,000 सक्रिय सैनिक हैं 281 टैंक और 13000 से ज्यादा बख्तर बंद वाहन मौजूद हैं। भारत और पाकिस्तान के बाद एशिया में तीसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट बांग्लादेश का ही है। ऐसे में सेना ताकतवर तो है ही, साथ में बांग्लादेश की राजनीति में एक अहम और सक्रिय भूमिका लगातार निभाती रहती है।