नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने डोर-टू-डोर वैक्सीनेशन की अनुमति दे दी। इसके लिए अलग से गाइडलाइंस भी जारी कर दी गई। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने इस फैसले की जानकारी दी।
देश में Covid 19 के नए मामलों में लगातार गिरावट आने और टीकाकरण का आंकड़ा 83 करोड़ के पार होने के बाद सरकार ने ये नया फैसला लिया। केंद्र सरकार ने डोर-टू-डोर टीकाकरण की अनुमति दे दी। इसके लिए एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि हम उन लोगों के लिए घर पर टीकाकरण शुरू कर रहे हैं, जो कोविड सेंटर पर जाने में सक्षम नहीं हैं। इसके लिए अलग से एडवाइजरी जारी की गई है। आदेश में कहा गया है कि वैक्सीनेशन सेंटर पर जाने में अक्षम लोगों को टीका लगाना सुनिश्चित किया जाए। सभी राज्य और केंद्र शासित राज्य इसके लिए खास व्यवस्था करें।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि कुछ राज्यों में वैक्सीनेशन पर जबरदस्त काम हुआ है। इस वजह से 18 साल से अधिक उम्र के 66 फीसद लोगों को कोरोना का कम से कम एक डोज लग चुका है। 23 फीसद को दोनों डोज लग गए हैं।
6 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों ने अपनी 100 फीसद आबादी को पहला डोज लगा दिया है। इनमें लक्षद्वीप, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और सिक्किम शामिल हैं। 4 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में 90 फीसद से ज्यादा आबादी को पहला डोज लगाया गया है। इनमें दादरा और नगर हवेली, केरल, लद्दाख और उत्तराखंड हैं। सरकार का उद्देश्य जल्द से जल्द शत प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लगाना है।