भोपाल
आदिम जाति कल्याण विभाग के एक दर्जन अफसरों के दस से बारह साल के गोपनीय प्रतिवेदन(सीआर) गायब है। इसके चलते इन के प्रमोशन नहीं हो पा रहे है। इन सभी को समयमान वेतनमान दिए जाने का प्रस्ताव लंबित चल रहा है। इसके लिए जनजातीय आयुक्त ने सभी संभागीय उपायुक्त, सहायक आयुक्त और जिला संयोजकों से इन सभी की सीआर उपलब्ध कराने को कहा है।
आदिम जाति कल्याण विभाग को जिला संयोजक, सहायक परियोजना प्रशासक, सहायक संचालक स्तर के अधिकारियों को लंबे समय से समयमान वेतनमान नहीं दिया जा सका है। इसके लिए गोपनीय प्रतिवेदनों की आवश्यकता होती है। जो लंबे समय से आयुक्त जनजातीय कार्य को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक हरकेश बहादुर सिंह के वर्ष 2011 से 2012 के गोपनीय प्रतिवेदन प्राप्त नहीं है। नवल किशोर साहू के वर्ष 2014 से 2018 के गोपनीय प्रतिवेदन प्राप्त नहीं है। उषा पाठक के वर्ष सोलह और सत्रह की सीआर नहीं है। सुधांशु वर्मा के दो साल, आनंद राय सिन्हा के तीन साल, अवनीश चतुर्वेदी के चार साल के सीआर और आरके एस परिहार का एक साल का गोपनीय प्रतिवेदन नहीं मिल पाया है। इसके कारण इन सभी को समयमान वेतनमान नहीं मिल पा रहा है। सभी की सीआर मंगवाई गई है। पुरानी सीआर नहीं मिलने पर इनकी नई सीआर तैयार की जाएगी इसके बाद इन सभी को समयमान वेतनमान देने का निर्णय लिया जाएगा।