Crime Branch’s Lie Caught : गुंडे को बचाने के लिए क्राइम ब्रांच ने विकलांग को फंसाना चाहा!

आजाद नगर के ACP ने मामला पकड़ लिया और फटकार लगाई

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Indore : क्राइम ब्रांच की कार्रवाई हमेशा सच्ची नहीं होती। पुलिस की ये ब्रांच कभी-कभी ऐसे कारनामे कर देती कि भरोसा नहीं होता कि ये पुलिस ही है। बताते हैं कि हथियारों की खरीद-फरोख्त करने वाले एक नामी गुंडे को क्राइम ब्रांच की टीम ने एक सिकलीगर के नेटवर्क से जोड़कर कर उसके तीन साथियों को पकड़ा। लेकिन, सांठगांठ करके एक गुंडे राहुल टोकनीवाला को कार्रवाई से बाहर कर दिया। इस गुंडे के बदले एक विकलांग को फंसाकर आजाद नगर थाने पर केस दर्ज करवाने पहुंचे, पर पोल खुल गई।

आजाद नगर ACP मोतीउर रहमान की पूछताछ में क्राइम ब्रांच की धांधली सामने आ गई। क्राइम ब्रांच की विशेष टीम ने पिछले दिनों कुछ सिकलीगरों पर कार्रवाई की थी। इस दौरान पलसूद के सिकलीगर गुरुदयाल के जरिए कारतूस खरीदने वाले गुंडे राहुल टोकनीवाला को पकड़ा। तीन दिन से टीम इससे पूछताछ कर रही थी। कुछ साथियों की लिंक जुटाकर एक आरोपी पर कार्रवाई के लिए आजाद नगर पुलिस के हवाले करना चाहा। ACP मोतीउर रहमान को मामले में गड़बड़ियां पता चलीं तो उन्होंने एक ASI, आरक्षक और उनकी टीम के अन्य सदस्यों को लताड़ लगाई। बताते हैं कि ACP ने यहां तक कहा कि गलत कार्रवाई मेरे थाने में नहीं चलेगी। इस तरह के फर्जीवाड़े यहां मत किया करो।

बताया जाता है कि गुंडे राहुल टोकनीवाला और उसके एक साथी को भी अवैध पिस्टल व काफी मात्रा में कारतूसों के साथ टीम ने हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद इनसे हथियार और कारसूत जब्त किए, लेकिन कानूनी रूप से जैसा केस बनाना चाहिए था, वह नहीं बनाया। आजाद नगर के ACP मोतिउर रहमान के मुताबिक, अवैध हथियार के साथ क्राइम ब्रांच की टीम हमारे यहां एक आरोपी को केस दर्ज करवाकर सौंपने आई थी। जो कार्रवाई क्राइम ब्रांच द्वारा की गई थी, उससे हम संतुष्ट नहीं थे। हमने उन्हें अपने थाने में कार्रवाई करने के लिए मुलजिम सहित लौटा दिया।

गुंडे से सेटिंग होने के बाद टीम ने अफसरों की आंख में धूल झोंककर एक हाथ से विकलांग को आरोपी बना दिया। उसके साथ एक कट्टा रख उसे आजाद नगर थाने में केस दर्ज करने का बोलकर सौंपना चाहा था। यही नहीं, विकलांग को मुख्य आरोपी तो बना दिया, लेकिन न केस बनाया न FIR दर्ज की और उसे थाने के सुपुर्द करने आ गए। जानकारी के मुताबिक घटना की पूरी जानकारी क्राइम ब्रांच के अफसरों सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच गई है। बड़े अधिकारी इस मामले में क्राइम ब्रांच से जवाब तलब कर सकते हैं।