Criminal Tracking Biometric Device : अब इंदौर पुलिस आसानी से पहचान लेगी अपराधी को!
Indore पुलिस ने शहर की सुरक्षा को लेकर एक नया प्रयोग किया है। इस प्रयोग से शहर की सुरक्षा व्यवस्था को ज्यादा बेहतर बनाया जा सकेगा। इंदौर पुलिस को एक ऐसी टेक्नोलॉजी मिली है, जिसके मिलने के बाद अब चौराहों पर ही फिंगरप्रिंट के माध्यम से अपराधियों की पूरी जन्म कुंडली खुल जाएगी।
इंदौर पुलिस को हाईटेक बनाकर अपराध नियंत्रण के लिए ‘क्रिमिनल ट्रैकिंग बायोमेट्रिक डिवाइस’ दी गई है। जिससे पुलिस अपराधियों का अंगूठा इस मशीन पर लगाते ही अपराधी के सभी रिकॉर्ड पलक झपकते ही सामने आ जाएंगे। इससे पुलिस आसानी से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की पहचान कर सकेगी। कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद से पुलिस अपराधियों की पहचान सुनिश्चित करने और उन्हें पकड़ने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रही है।
इसी के तहत पुलिस के साथ मिलकर ‘सिटीजन कॉप’ ने इस तकनीक को विकसित किया है। इस तकनीक के उपयोग से इंदौर पुलिस के लिए अब अपराधियों की पहचान करना आसान हो गया है। सामान्य मामलों में व्यक्ति के पिछले रिकॉर्ड का पता लगाना आसान नहीं होता था। पर, अब इस डिवाइस की मदद अपराधियों की पड़ताल करना आसान होगा।
डीसीपी निमिष अग्रवाल ने बताया कि हमारे पास आंतरिक कामकाज के लिए एक अलग ऐप है। यह सभी डेटा प्रविष्टि सुरक्षित पैनलों का उपयोग करके की गई है। जैसे-जैसे डाटा बढ़ता है, यह सभी थाना कर्मचारियों और यातायात अधिकारियों को संदिग्ध लोगों के आपराधिक इतिहास को ट्रैक करने में बहुत कारगर साबित होगा।
‘सिटीजन कॉप’ के संस्थापक राकेश जैन ने कहा कि इसे एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है। इस तरह के डाटा का उपयोग प्रतिबंधित है। यह सिर्फ पुलिस अधिकारियों के नियंत्रण में रहेगा और अधिकृत अधिकारी ही इस बायोमेट्रिक उपकरणों का उपयोग कर पाएंगे।