Crores Found in Raids : दाे रियल एस्टेट ग्रुप के यहां छापे में करोड़ों मिले, लॉकर्स आज खुलेंगे!
Indore : मंगलवार सुबह आयकर विभाग की टीम ने शहर के दाे बड़े रियल एस्टेट ग्रुप ‘हाई लिंक’ और ‘स्काई अर्थ’ के करीब 25 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी। अभी तक इस कार्रवाई में 6 करोड़ से ज्यादा नकदी और जेवरात बरामद होने की जानकारी मिली। साथ ही अवैध नकदी लेनदेन, जमीन की खरीदी-बिक्री और हुंडियों से नकदी लेनदेन के सबूत भी आयकर टीम ने जब्त किए हैं।
अब टीम टैक्स चोरी की आशंका में जब्त दस्तावेजों की जांच कर रही है। विभाग की इन्वेस्टिगेशन टीम ने गोपनीय सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। हाई लिंक ग्रुप के 10, जबकि स्काई अर्थ ग्रुप से जुड़े 15 ठिकाने विभाग के निशाने पर हैं। दोनों ग्रुप के पार्टनर्स के अलावा उनके कर्मचारियों और ब्रोकर्स के ठिकानों पर भी टीमें पहुंच गई।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को सत्य साईं चौराहे के पास स्थित स्काई अर्थ डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड समूह पर सुबह 5 बजे ही छापे की कार्रवाई हुई। समूह के चार डायरेक्टर सागर चावला, निम्मी चावला, नीरज सचदेव और गोविंद चावला के घरों पर भी टीम पहुंची। इस समूह के शहर में कई प्रोजेक्ट हैं, जिसमें स्काई लक्जरिया, स्काई कॉर्पोरेट पार्क, स्काई लक्जरिया-2, स्काई लक्जरिया ग्रीन्स, स्काई प्रिविलन, स्काई सिटी आदि हैं। सभी प्रोजेक्ट पिछले करीब डेढ़ दशक में झलारिया, निपानिया, तलावली चंदा, विजयनगर क्षेत्रों में बनाए गए हैं। ग्रुप के कुछ ठिकानों से करीब एक-एक करोड़ रुपए नकद मिलने की जानकारी है।
छुपी अलमारी में 40 लाख मिले
हाई लिंक ग्रुप के डायरेक्टर वीरेंद्र गुप्ता सहित अन्य पार्टनर और कर्मचारियों के ठिकानों पर भी छापे मारे गए। ग्रुप में वीरेंद्र गुप्ता के अलावा भाई रवि गुप्ता, सुरेश गुप्ता सहित तीनों की पत्नियां और मां पार्टनर है, जबकि कैलाश कुसुमाकर, नर्मदा कुसमाकर, गोविंद वर्मा निदेशक हैं। यहां से नकद में जमीन खरीदी के साथ नकद में प्लॉट बेचने के दस्तावेज मिले हैं।
लॉकर्स आज खुलेंगे
इन कारोबारियों के बैंकों में 6 लॉकर्स भी हैं, जो बुधवार को खोले जाएंगे। ग्रुप से जुड़े एक ब्रोकर कासलीवाल के ठिकाने से गोपनीय अलमारी मिली जिसमें से 40 लाख रुपए मिले। जब्त कम्प्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल का डाटा भी रिकवर किया जा रहा है। आशंका है कि कुछ डाटा डिलीट किया गया है।
विवाह के स्टीकर लगी कारों से पहुंची टीम
छापामारी की इस कार्रवाई में आयकर विभाग के इन्वेस्टीगेशन टीम यहां कार से पहुंची थी। इन कारों पर विवाह समारोह से संबंधित स्टीकर लगे थे। टीम ऐसा इसलिए करती है ताकि वह गोपनीय तरीके से अपने गंतव्य पर पहुंचे और किसी को पता भी न चले कि उनके यहां रेड पड़ी है और उन्हें अलर्ट होने का मौका न मिल सके।
ये भी रहे थे निशाने पर
रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े समूहों के यहां सर्वे किया जा रहा है उनके कई प्रोजेक्ट शहर में चल रहे है। इससे पहले भी अक्टूबर महीने में आयकर विभाग और ईडी की टीम ने शहर के बिल्डर ग्रुप के प्रमुख के यहां छापामारी की कार्रवाई की थी। इसके अलावा विभाग ने शहर के बड़े फर्नीचर व्यवसायी के इंदौर और भोपाल के संस्थानों पर भी कार्रवाई की थी।