Cyber Fraud: रिटायर्ड शिक्षक से बीमा पॉलिसी में ज्यादा मुनाफे का लालच दे 80 लाख रुपए की ठगी 

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Cyber Fraud: रिटायर्ड शिक्षक से बीमा पॉलिसी में ज्यादा मुनाफे का लालच दे 80 लाख रुपए की ठगी

विनोद काशिव की रिपोर्ट

बिलासपुर। सेवानिवृत शिक्षक को बीमा पॉलिसी में ज्यादा मुनाफे का लालच दे साइबर ठगो ने लगभग 80 लाख रुपए की ठगी कर ली। इसके बाद भी आरोपियों ने सेवानिवृत शिक्षक से पैसे मांगे।

ठगी का एहसास होने पर रेंज साइबर थाने में अपराध दर्ज करने के बाद बिहार के जंगल के बीच स्थित गांव में पहुंचकर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मंगला, वाजपेयी कैसल निवासी वीरेंद्र कुमार देवांगन सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। अप्रैल 2023 में उनकी सेवानिवृत्ति हुई है। 2 मई की सुबह 10 बजे उनके फोन पर अलग-अलग नंबरों से कॉल आया। फोन करने वालों ने उन्हें मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी का मैनेजर, सीईओ, सीए, फाइनेंस आफ मिनिस्ट्री आदि में पदस्थ होना बताया। फोन करने वाले उन्हें बताया कि उनके द्वारा निवेश किए गए रकम पर कंपनी का एजेंट मोटा मुनाफा कमा रहा है। एजेंट को हटाकर सीधा कंपनी में रकम जमा करने पर मुनाफे की रकम सीधा सेवानिवृत्त शिक्षक वीरेंद्र कुमार देवांगन को मिलने की बात कही।

साइबर ठगों के झांसे में आकर रिटायर्ड शिक्षक वीरेंद्र कुमार देवांगन ने 2 मई 2023 से 13 जून 2024 के बीच ठगों के बताएं अलग-अलग खातों में विभिन्न किस्तों में 79 लाख 85 हजार 912 रुपए जमा करवा दिए।

बावजूद इसके और रकम जमा करवाए जाने का झांसा आरोपी देते रहे। तब सेवानिवृत्त शिक्षक को अपने साथ धोखाधड़ी की जानकारी हुई और उन्होंने रेंज सायबर थाने पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज करवाई। इस पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 06/2024 धारा 420, 34 भारतीय दंड विधान और धारा 66 डी आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया।जब अन्य राज्यों की पुलिस टीमें भी आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में गांव में घुसती है तब उन्हें गांव वालों के विरोध का सामना करना पड़ता है। इसके बाद लोकल बिहार पुलिस की मदद ले पुलिस फोर्स के साथ पुलिस टीम गांव में घुसी। पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने में शामिल दो आरोपियों गणेश मंडल और चिंटू यादव को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पूछताछ करने पर इंश्योरेंस समेत अन्य स्कीम देकर लोगों को मोटा मुनाफे का लालच दिखा साथियों के साथ मिलकर ठगी करना आरोपियों ने स्वीकार कर लिया।

सुराग लगने पर विशेष टीम के सब इंस्पेक्टर अजय वारे के नेतृत्व में आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु एक टीम बिहार के जिला जमुई रवाना की गई। यहां तीन दिनों तक कैंप करने के बाद जानकारी मिली कि साइबर ठग जंगल के बीच स्थित एक गांव में रहते हैं। और इनका पूरा गांव ठगी के काम में संलिप्त हैं।