Cyclist : साइकिलिस्ट अंकुर तंवर 13 को धार मैं कालिका माता के दर्शन करेंगे!

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Cyclist : साइकिलिस्ट अंकुर तंवर 13 को धार मैं कालिका माता के दर्शन करेंगे!

जानिए वे क्यों निकले हैं इस साइकिल यात्रा पर!

धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Dhar : पुणे से अंकुर तंवर अपनी साइकिल यात्रा में धार तक करीब 900 किलोमीटर से अधिक की यात्रा कर चुके है। वह इस यात्रा में अकेले ही चल रहे है। इस यात्रा के लिए उन्हें कोविड के दौरान मोटिवेशन मिला, जब सारे लोग परेशान थे तब उन्होंने मातारानी से प्रार्थना की थी, सब ठीक हो जाने पर वो कोशिश करेंगे कि इस पुणे से सड़क मार्ग पर पैदल यात्रा कर रास्ते में सभी देवी माताओं के दर्शन करते हुए अपने गृह नगर आलीराजपुर के समीपस्थ ग्राम मालवई की चामुंडा देवी जायेंगे। किन्तु अब वह पैदल यात्रा की जगह साइकिल यात्रा से इस अभियान को पूरा कर रहे हैं।

यूं तो वह आईटी प्रोफेशनल है किन्तु देवी माताजी के परम भक्त होने से अब तक पुणे से नासिक, सप्तश्रृंगी, चाँदवड माँ रेणुका ल, धूलिया, माँ बिजासन सेंधवा, खलघाट में माँ नर्मदा के दर्शन कर इंदौर में माँ अन्नपूर्णा, देवास की माँ चामुण्डा के बाद उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे। फिर उज्जैन से धार में ल13 दिसम्बर को कालिका माता के दर्शन करेंगे यहाँ से होते हुए बाग़ में माता बागेश्वरी के दर्शन के बाद अपने गृह नगर आलीराजपुर के पास ग्राम मालवई में चामुण्डा माता के दर्शन कर अपनी एकल साइकिल यात्रा का समापन करेंगे।

पूछने पर, उन्होंने बताया कि वे आलीराजपुर ने निवासी है तथा आई टी विशेषज्ञ है तथा वर्तमान में पुणे में कार्यरत है। वह 6 वर्ष तक अमेरिका में भी रहे है और हस्तरेखा और ज्योतिष के अच्छे जानकार है। ऑनलाइन काउंसिलिंग भी करते है उन्हें आचार्य अंकुर की उपाधि भी प्राप्त है। अमेरिका में रहने के दौरान उन्होंने कैंसर सोसायटी आफ अमेरिका के एक डोनेशन कैम्प में लगभग 100 व्यक्तियों की पाम (हस्त) रीडिंग की थी तथा प्राप्त 10 हजार डॉलर भी कैंसर सोसायटी को दे दिए थे।

वह 22 और 42 किलोमीटर की मेराथान भी कर चुके है तथा जब भी समय मिलता है तब वृद्धाश्रम , बच्चों के आश्रम में जाकर उनकी सेवा भी करते है.

कविता सृजन उनका शौक है तथा पिछले वर्ष उनकी कविता संग्रह ‘मैं, कल आज और कल जीवंत अनुभूतियाँ’ पुस्तक भी प्रकाशित हुई है।