Cyclone Update: बिपरजॉय तूफान से दक्षिणी राजस्थान में बाढ़ का खतरा, गुजरात में हाल बेहाल!
New Delhi : समुद्री तूफान बिपरजॉय के गुजरात के तट से टकराने के बाद रफ्तार कम हो गई। अब ये तूफान राजस्थान की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण राजस्थान में भारी बारिश का अनुमान है। रेड अलर्ट जारी होने के बाद राजस्थान में तूफान से निपटने की तैयारी तेज कर दी गई।
बिपरजॉय ने गुजरात के कच्छ में जखाऊ तट के जरिए समुद्र से भूमि पर प्रवेश किया। इसके साथ ही तबाही शुरू हो गई और हवा की रफ्तार 125 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई। भयंकर चक्रवात के चलते मांडवी, देवभूमि द्वारका सहित कई जिलों में भारी बारिश हुई। IMD के मुताबिक चक्रवात का केंद्र करीब 50 किलोमीटर की दायरे में फैला हुआ है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अब पहले से कमजोर होता जा रहा है।
IMD ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि यह राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है। तूफान अब पहले से कुछ कमजोर हो गया। हालांकि, इसका असर दक्षिण राजस्थान पर ज्यादा पड़ सकता है। IMD ने बताया है कि दक्षिण राजस्थान में आज भारी से भारी बारिश की संभावना जताई है।
अरब सागर से उठा तूफान बिपरजॉय गुरुवार शाम गुजरात के तट से टकराया। इसके साथ ही गुजरात में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया। तेज गति से हवाएं चलने लगीं। जगह-जगह बिजली के खंभे उखड़ गए। बड़े-बड़े पेड़ धराशायी हो गए। मौसम विभाग ने सौराष्ट्र, द्वारका और कच्छ के समुद्री तट के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। गुजरात के 7 जिलों और 450 से अधिक गांव अलर्ट पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री से हालात का जायजा लिया।
एक लाख लोगों को निकाला गया
होने वाली तबाही की आशंका के चलते 1 लाख से अधिक लोगों को शेल्टर होम भेजा गया। एनडीआरएफ की 19 टीमें तैनात हैं। मौसम विभाग ने बताया था कि 16 जून की सुबह के बाद बिपरजॉय थोड़ा सा कमजोर होगा और राजस्थान की तरफ आगे बढ़ जाएगा। तूफान की नजर फिलहाल पाकिस्तान-कच्छ सीमा के पास है। हवा की औसत गति 70 किमी प्रति घंटा थी। IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, तूफान जल्दी दक्षिणी राजस्थान तक पहुंच जाएगा। गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा कि तूफान के उपकेंद्र के पास भारी वर्षा के साथ पूरे गुजरात में रुक-रुक कर बारिश होने की उम्मीद है।
बचाव अभियान की जानकारी
NDRF के DG अतुल करवाल ने मीडिया को बचाव अभियान की जानकारी दी। डीजी ने कहा कि तूफान जैसे-जैसे कमजोर और गहरे दबाव में बदल रहा है, इससे दक्षिण राजस्थान में बारिश होने की संभावना है। राजस्थान सरकार के अनुरोध पर हमने एक टीम जालौर में पहुंचा दी। इसके अलावा हमारी कर्नाटक में 4, महाराष्ट्र में भी 5 टीमें तैनात हैं।