Deepak Madda Arrest : फरार भूमाफिया NSA और फर्जी पत्र मामले में मथुरा में पकड़ाया!

ACS Home डॉ राजेश राजौरा का फर्जी पत्र पेश कर हुआ था फरार!

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Deepak Madda Arrest : फरार भूमाफिया NSA और फर्जी पत्र मामले में मथुरा में पकड़ाया!

Indore : दो साल से फरार कुख्यात भूमाफिया दीपक मद्दा उर्फ दीपक जैन को क्राइम ब्रांच ने बुधवार को मथुरा के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ रासुका के तहत वारंट जारी हुआ था। दीपक मद्दा पर सात एफआईआर दर्ज है।

प्रशासन ने भू-माफिया अभियान के तहत फरवरी 2021 में उस पर 6 प्रकरण दर्ज करवाए थे। ज्यादातर मामलों में उसने कोर्ट से जमानत और गिरफ्तारी पर स्टे ले रखी थी। लेकिन, उसे रासुका के मामले में गिरफ्तार किया गया है। उसने जमीनों की धोखाधड़ी के मामलों में तो कोर्ट से जमानत ले ली थी, पर खजराना थाने में गृह विभाग के एसीएस डॉ राजेश राजौरा के फर्जी हस्ताक्षर से उसने एक पत्र सौंपा था। इस पत्र में लिखा था कि दीपक मद्दा की रासुका निरस्त की जाती है।

उल्लेखनीय हैं कि दीपक पर तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने रासुका लगाई थी। मगर बाद में खुलासा हुआ कि आदेश ही फर्जी है , जिसके बाद मद्दे के खिलाफ़ एक ओर एफआईआर दर्ज हुई , मगर चूंकि रासुका का मूल आदेश निरस्त नहीं हुआ था, लिहाजा उसी आधार पर इंदौर पुलिस ने लगातार मद्दा पर नजर बनाए रखी। कल जैसे ही उसकी लोकेशन की जानकारी पुलिस को मिली, पुलिस दल को रवाना कर उसे दबोच लिया गया।

*फर्जी पत्र का मामला दर्ज* 

दिसंबर 2022 में उस पर धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का केस गृह विभाग के आवेदन पर दर्ज किया गया था। इसके बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए उसके हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। जिस पर सुनवाई चल रही है। मद्दा नैना पैलेस, पुष्प विहार से लेकर अयोध्यापुरी जैसी कॉलोनियों में जमीन की हेराफेरी के मामले में मुख्य आरोपी है। उस पर पुलिस ने इनाम भी घोषित कर रखा था।

 

*गिरफ्तारी की पुष्टि की गई* 

पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने दीपक मद्दा की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि कल रात उसे पकड़ लिया था और आज सुबह इंदौर भी ले आए हैं। क्योंकि, रासुका में निरुद्ध आदेश में जारी वारंट पर उसे गिरफ्तार किया गया है। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मद्दा कई गृह निर्माण संस्थाओं की जमीनों की अफरा-तफरी का सरगना रहा है। पूर्व में उसके खिलाफ जब भी एफआईआर हुई, वह लंबे समय तक फरारी काटता रहा और फिर कोर्ट से जमानत हासिल कर जमीनों की अफरातफरी में जुट गया। ये पहला मौक़ा है जब वह पुलिस के हत्थे चढ़ा है।