New Delhi : दिल्ली सरकार के कथित शराब घोटाले पर CBI ने FIR दर्ज की। इसमें दिल्ली सरकार के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) समेत 15 लोगों के नाम है। CBI के मुताबिक मनीष सिसोदिया पर आपराधिक साजिश और खातों में हेरफेर का भी आरोप लगा है। यह जानकारी CBI के सूत्रों ने दी। FIR में कुछ शराब कंपनियों के भी नाम हैं। 15 लोगों के अलावा अज्ञात लोगों के नाम भी इसमें शामिल हैं।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली की आबकारी नीति 2021-22 के मामले में शुक्रवार सुबह दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के आवास सहित कई राज्यों में कई स्थानों पर छापेमारी की। आवास के अलावा अधिकारियों ने मनीष सिसोदिया की सरकारी कार की भी तलाशी ली। सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति के निर्माण और क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) ने आबकारी नीति में नियमों के कथित उल्लंघन और खामियों को लेकर CBI जांच की सिफारिश की थी। इसके एक महीने बाद ये छापेमारी की गई।
क्या बोले मनीष सिसोदिया?
आबकारी विभाग की देखरेख करने वाले मनीष सिसोदिया ने कहा कि नीति सरकारी शराब की दुकानों में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए थी। सिसोदिया ने कहा कि मैं जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग करूंगा। वहीं ‘आम आदमी पार्टी’ (AAP) ने इस रेड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और इसे राजनीतिक साजिश बताया।
‘आप’ ने BJP पर आरोप लगाए
आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सुबह से बीजेपी के नेता रहे हैं कि शराब नीति में घोटाले हुए। लेकिन, यह किसी को नहीं पता कि घोटाला हुआ क्या है! ये सब तब नहीं पता था जब गुजरात में शराब से लोगों की मौत हुई! उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई! अब कह रहे हो शराब की वजह से कार्रवाई हो रही है, भ्रष्टाचार की वजह से कार्रवाई हो रही है!
उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पीएम मोदी (PM Modi) ने किया, कुछ दिन बाद ही वह धंस गया, तब कार्रवाई नहीं हुई। 2024 का चुनाव दिख रहा है, इसलिए बदले की भावना से राजनीति हो रही है। अभी तक विकल्प नहीं दिख रहा था, लेकिन दिल्ली (Delhi) और पंजाब के कामों से दिख रहा है कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) एक विकल्प हैं। कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना जो आप कर रहे हो वह दिख रहा है।