Demand for Bypass : विधायक की चेतावनी ‘मनावर को एक सप्ताह में जाम से मुक्ति नहीं मिली, तो चक्का जाम!’

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Demand for Bypass : विधायक की चेतावनी ‘मनावर को एक सप्ताह में जाम से मुक्ति नहीं मिली, तो चक्का जाम!’

मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट

Manawar (Dhar) : शनिवार को नगर के ओल्ड तहसील भवन के सामने विधायक डॉ हीरालाल अलावा के नेतृत्व में कांग्रेस ने बायपास की मांग और मनावर को जिला बनाने की मांग को लेकर धरना दिया। धरना स्थल पर विधायक ने कहा कि नगर की ज्वलंत समस्या बायपास की है।बायपास न होने और सीमेंट फैक्ट्री के बड़े-बड़े ट्रालों से जहां चौराहे पर प्रतिदिन जाम लगता है। इससे होने वाली दुर्घटना में कई लोगों की जान जा चुकी है। जाम में कई बार एंबुलेंस भी फंस चुकी है। जाम के कारण गर्भवती महिला और गंभीर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।

विधायक डॉ हीरालाल अलावा ने बताया कि बायपास के लिए हमने लगातार प्रयास किए। पूर्व में भी इस बारे में धरना दिया और विधानसभा में भी आवाज उठाई। लेकिन, हमारी मांग पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। हमारे विधानसभा क्षेत्र में 30 अप्रैल को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आगमन हो रहा है। वे 30 अप्रैल को उमरबन में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में वर-वधू जोड़ों को आशीर्वाद देने आ रहे हैं।

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विधायक ने कहा कि हम उनसे मांग करते हैं कि 30 अप्रैल को मनावर नगर के लिए बायपास और मनावर को जिला बनाने की घोषणा करें। यदि मुख्यमंत्री घोषणा नहीं करते, तो क्षेत्र में एक सप्ताह बाद प्रशासन को चक्का जाम की स्थिति का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए बताया कि सरकार को सिर्फ जनता को कर्ज में डूबाना आता है। आज भी नगर में कहीं भी पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है। यदि चालान बनाए भी जाते हैं, तो बाहर से आने वाले ग्रामीणों के बनाए जाते हैं।

उन्होंने धरना स्थल पर अपने भाषण में जोर देकर कहा कि यहां मेडिकल कॉलेज भी खोला जाए।लेकिन, भाजपा सरकार नहीं चाहती है कि इस क्षेत्र का विकास हो। विधायक ने गांवों में अवैध शराब नहीं बिकने देने की भी चेतावनी दी।धरना स्थल पर कई वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी संबोधित किया।नगर कांग्रेस अध्यक्ष ओम सोलंकी ने धरने के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। बाद में तहसीलदार कुणाल अवास्या को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन का वाचन डॉ हीरालाल अलावा ने किया। संचालन सूरज जाट ने किया तथा आभार केदार पाटीदार ने माना।