Demand to Impose Section 52 in DAVV : ABVP ने कुलपति को हटाने की मांग की, DAVV पेपर लीक की शिकायत, धारा 52 लगाने की मांग!

कुलपति की अकार्यक्षमता और अ-निर्णय क्षमता सामने में आई!

395

Demand to Impose Section 52 in DAVV : ABVP ने कुलपति को हटाने की मांग की, DAVV पेपर लीक की शिकायत, धारा 52 लगाने की मांग!

Indore : देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (DAVV) में परीक्षा से पहले कई विषयों के पेपर लीक हो गए। इसे लेकर एबीवीपी ने उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महानगर मंत्री ने प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को एक पत्र लिखा है। इसके जरिए से देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी इंदौर में निरंतर हो रहे पेपर लीक और अनियमितताओं को लेकर यहां धारा 52 लगाने की मांग की।

पत्र में लिखा कि देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में पेपर लीक की घटनाएं सामने आ रही हैं। 25 मई के एमबीए प्रथम सेमेस्टर का क्वांटिटेटिव टेक्निक्स का पेपर होना था, लेकिन 24 मई को ही पेपर लीक हो गया। 28 मई को होने वाला अकाउंटिंग फ़ॉर मैनेजर्स का पेपर भी 27 मई को दोपहर में ही लीक हो गया। 30 मई को होने वाला आईटी एंड ई-बिजनेस फंडामेंटल का पेपर भी 29 मई को लीक हो गया। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उस पेपर को रातों-रात बदल दिया।

IMG 20240602 WA0061

DAVV में धारा 52 लगाने की मांग

इसके पहले भी यूनिवर्सिटी में हो रही विभिन्न प्रकार की अनियमितता सामने आई और उन सभी में वर्तमान कुलपति की अकार्यक्षमता और अ-निर्णय क्षमता सामने में आई है। यह बताता है कि कुलपति यूनिवर्सिटी का कार्यभार संभाल पाने में अक्षम हैं। इसलिए ABVP यूनिवर्सिटी में हो रही विभिन्न समस्याओं पर कुलपति की उदासीनता को देखते हुए, मांग करती है कि धारा 52 लगाकर यूनिवर्सिटी और छात्रों के हित में उचित निर्णय लिया जाए।

कुलपति ने कोई कार्रवाई नहीं की

एबीवीपी के महानगर मंत्री ने पत्र में लिखा कि पेपर बदले जाने के बाद भी लगभग 60% पेपर पहले से ही छात्रों के पास आ गया था। एबीवीपी द्वारा कुलपति को यह समस्या बताने के बावजूद किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो रही है। यूनिवर्सिटी ने पेपर लीक की घटना की FIR भी 30 मई को करवाई गई। जबकि, पहला पेपर 24 मई को लीक हुआ था।

उच्च शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में कहा कि कुलपति इस विषय पर कोई उचित निर्णय नहीं ले रही हैं। इसके अलावा प्रभारी परीक्षा नियंत्रक पर भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही। प्रभारी परीक्षा नियंत्रक को बचाने की कोशिश कुलपति के जरिए लगातार की जा रही है। कुलपति का इस प्रकार का आचरण यूनिवर्सिटी के प्रति उनकी उदासीनता को प्रकट करता है।

बीएड में एक लाख रजिस्ट्रेशन

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में इस साल बीएड पाठ्यक्रम की लोकप्रियता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यहां के 600 कॉलेजों में दो वर्षीय डिग्री पाठ्यक्रम के लिए एक लाख से अधिक छात्रों ने पंजीयन कराया, जिसमें लगभग 58 हजार सीटें हैं।

पंजीयन के पहले दौर में 75 हजार से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जबकि उच्च शिक्षा विभाग के तहत केंद्रीयकृत ऑनलाइन काउंसलिंग के दूसरे दौर में एक सप्ताह के भीतर 33 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन कराए गए।