लोकतंत्र @ 399…

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लोकतंत्र @ 399…

लोकतंत्र का महापर्व 2024 अब पांचवें चरण के रण का साक्षी बन 20 मई 2024 की शाम तक उस तस्वीर में रंग भर चुका होगा, जो भारत के मतदाताओं के मन की बात बयां करने वाली है। इसके बाद सात चरण के इस महापर्व के दो रण बाकी रहेंगे,  जो 57-57 सीटों संग मतदाताओं के फैसले को मजबूत करने का काम करेंगे। 49 सीटों पर मतदान के साथ पांचवा चरण मैजिक प्वाइंट 272 की कहानी हर हाल में लिखकर रहेगा। बिना लहर के इस चुनाव में मतदाता की मेहरबानी का अंदाज कर पाना बहुत आसान नहीं है। 2014 लोकतंत्र के महाभारत में मतदाता ने बदलाव किया था, तो 2019 में इस फैसले पर पक्की मुहर लगाई थी। 2024 का महारण आभार जताने वाला बनता है या फिर नई ऊर्जा संग नया इतिहास बनाने का साक्षी बनेगा, यह फिलहाल वक्त बताएगा। पांचवे चरण के मतदान के साथ लोकतंत्र 399 कदम चलकर 272 पर राय साफ कर चुका होगा। मतदाताओं से फिर वही गुजारिश करने का वक्त है कि 2019 से ज्यादा मतदान का इतिहास रचें।

इस आम चुनाव में दो राष्ट्रीय राजनैतिक दलों भाजपा और कांग्रेस ही मतदाताओं की परीक्षा लेने में अव्वल हैं। वास्तव में  नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी आमने-सामने हैं, तो जगत प्रकाश नड्डा और मल्लिकार्जुन खडगे औपचारिक तौर पर सामने हैं। पिछला चुनाव 37.36% मतदाताओं संग भाजपा 303 सीटों पर काबिज हुई थी, तो 19.49% मत संग कांग्रेस 52 सीटों पर सिमटी थी। छठवें चरण में 25 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड और उड़ीसा में रण सजेगा, तो सातवें चरण में 1 जून को पंजाब-चंडीगढ, बिहार, उड़ीसा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड पूर्णाहुति देंगे। इसके साथ ही 2024 भारतीय आम चुनाव 19 अप्रैल 2024 से 1 जून 2024 तक 18वीं लोकसभा के सदस्यों का चुनाव करने की लंबी दूरी तय कर लेगा। सात चरणों में चुनाव के दौरान 18वीं लोकसभा के कुल 543 सदस्य चुने जाएंगे। चुनाव के नतीजे 4 जून 2024 को घोषित किए जाएंगे। यह देश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा चुनाव होगा, जो 2019 के भारतीय आम चुनाव को पीछे छोड़ देगा। यह 44 दिनों तक चलेगा, जो 1951-52 के भारतीय आम चुनाव के बाद दूसरा है।मौजूदा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, जिन्होंने दो कार्यकाल पूरे कर लिए हैं और लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए समर में हैं।

आज यानि 20 मई 2024 को पांचवें चरण में छह राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड और दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख की कुल 49 सीटों पर मतदाता मतदान करेंगे। यही उम्मीद कि अधिकतम मतदान कर हम गर्व से यह कहें कि हम भारत के जागरूक मतदाता हैं…।