Deposited Rs 1.80 from Karnawat : इंदौर में ‘करणावत’ की 4 दिन छानबीन, 1.80 करोड़ रु.जमा!
Indore : करणावत पान और भोजनालयों पर मंगलवार से शुरू हुई जीएसटी चोरी के छापे की कार्रवाई शनिवार को खत्म हो गई। इसमें 1.80 करोड़ रु. की जीएसटी चोरी की बात सामने आई है। करणावत की ओर से यह राशि जमा भी करवा दी गई। छानबीन में पता चला कि करणावत ने जीएसटी के लिए 16 जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराए थे।
पान कारोबारी करणावत के इंदौर स्थित 28 ठिकानों पर स्टेट जीएसटी द्वारा की गई कार्रवाई में छानबीन की गई थी। अनुमान लगाया गया था कि बड़े पैमाने पर जीएसटी की चोरी की गई। इसके साथ ही दुकानें सील करने की कार्रवाई भी की गई। पता चला था कि करणावत के इन ठिकानों पर पान सामग्री बेचने के दौरान कच्चा बिल का उपयोग किया जाता है।
यह खेल कई सालों से चल रहा था। करणावत के शहर में कई भोजनालय भी हैं। यहां 60 रु. भरपेट भोजन कराया जाता है। रोजाना यहां हजारों स्टूडेंट्स सहित कई लोग भोजन करते हैं। टीम ने इन स्थानों पर छापा नहीं मारा है। जांच का मुख्य जोर पान सामग्रियों के बिजनेस और जीएसटी चोरी पर है।
जीएसटी की इस छापेमारी के दौरान अन्य कई दुकानों पर भी छापेमारी की गई। इसके अलावा भी प्रदेशभर में विभाग द्वारा 8-10 अलग-अलग फर्म्स पर इस हफ्ते कार्रवाई की गई। इसमें 4.60 करोड़ रु. जमा कराए गए। सबसे ज्यादा 3 करोड़ रुपए की राशि भोपाल की एक सिगरेट, पान-मसाला फर्म द्वारा जमा की गई।
एडिशनल कमिश्नर (कमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट) रजनी सिंह ने बताया आचार संहिता लागू होने के बाद अब और सख्ती से नजर रखी जाएगी। इसे मुख्य रूप से मुफ्त में बांटी जाने वाली सामग्रियों से जुड़े व्यापारियों पर नजर रहेगी। बिना ई-वे बिल के आने-जाने वाले वाहनों की भी विभाग सघनता से चेकिंग करेगा। मुफ्त में बांटने वाली सामग्रियों के गोदाम भी तलाशे जा रहे हैं।