उप मुख्यमंत्री , राज्यसभा सांसद लोकसभा सांसद विधायक ने शाही सवारी में पहुंचकर भगवान पशुपतिनाथ की रजत प्रतिमा के दर्शन किए
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । सावन मास के अंतिम सोमवार को प्रतिवर्ष निकलने वाली अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ महादेव की शाही सवारी रक्षाबंधन के दिन नगर में निकली । सन 1996 से आरंभ हुए क्रम में श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान पशुपतिनाथ की शाही सवारी निकाली गई। भगवान पशुपतिनाथ सुसज्जित पालकी में सवार होकर प्रजा को दर्शन देने के लिये निकले।
उत्साह पूर्ण और श्रद्धा के वातावरण में जयकारों के बीच निकली शाही सवारी में नगर के साथ समीपवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों नर नारी युवा वर्ग बड़ी संख्या में दर्शनों के लिये सवारी मार्ग पर एकत्रित रहा।
भगवान पशुपतिनाथ की सवारी में आज प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा शामिल हुए। सवारी में सामिल होने के दौरान मुख्यमंत्री ने भगवान पशुपतिनाथ शाही सवारी के रथ को अपने हाथों से खींचा तथा सवारी के साथ कुछ देर पैदल चले।
सवारी के दौरान उपमुख्यमंत्रीश्री देवड़ा ने अखाड़ा भी खेलाओर तलवारबाज़ी के करतब भी प्रदर्शित किये । प्रातः कालीन आरती मंडल अध्यक्ष पंडित दिलीप शर्मा , पशुपतिनाथ मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग एवं अन्य ने उपमुख्यमंत्री श्री देवड़ा का स्वागत किया ।
शाही सवारी में शामिल होने से पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने सपत्नीक भगवान पशुपतिनाथ का पूजन-अर्चन किया। पूजन मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित कैलाश चंद्र भट्ट , पंडित सुरेंद्र आचार्य पंडित राकेश भट्ट द्वारा करवाया गया। पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में ही सवारी प्रारंभ होने से पूर्व पुलिस विभाग द्वारा भगवान पशुपतिनाथ को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उसके पश्चात भगवान पशुपतिनाथ नगर भ्रमण पर निकले।
सवारी में पहली बार पुलिस बैंड भी शामिल रहा।
इस दौरान लोक सभा सांसद श्री सुधीर गुप्ता, राज्यसभा सांसद श्री बंशीलाल गुर्जर, मंदसौर विधायक श्री विपिन जैन, पूर्व विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर, जनपद अध्यक्ष श्री बसंत शर्मा सहित अन्य सभी जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारियों में कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक आनंद, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल, एएसपी श्री गोतमसिंह सोलंकी एसडीएम शिवलाल शाक्य , नगर पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह , मंदिर प्रबंधक राहुल रुनवाल अन्य अधिकारी, कर्मचारी, बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।
पशुपतिनाथ की शाही सवारी की शोभायात्रा में अखाड़े , झांकियां , नृत्य टोलियां ढोल नगाड़े डीजे साथ साथ चले और प्रदर्शन करतबों से रोमांचित करते रहे । शिव पार्वती के स्वरूप में कलाकारों ने अभिनय किया जो आकर्षण का केन्द्र रहा ।
विभिन्न सामाजिक , सार्वजनिक और धार्मिक संस्थाओं द्वारा स्थान स्थान पर शाही सवारी का मंच लगाकर स्वागत सत्कार आरती पूजन किया गया ।
स्वयं सेवी संगठनों द्वारा प्रसाद वितरण , जलपान , अल्पाहार आदि की निःशुल्क व्यवस्था की गई ।
प्रातः 11 बजे से निकली पशुपतिनाथ महादेव की शाही सवारी नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली जारही है यह क्रम शाम तक जारी रहेगा और मंदिर परिसर में पुनः विराम होगा ।
प्रातः कालीन आरती मंडल के वालंटियर , होमगार्ड , यातायात पुलिस एवं सुरक्षा कर्मियों द्वारा सवारी मार्ग पर व्यापक व्यवस्था की गई है ।
1996 में निकली पहली शाही सवारी ट्रैक्टर ट्रॉली में निकाली गई और अब स्वरूप विशाल होगया है जब विशेष रूप से सुसज्जित रथ में अष्टमुखी पशुपतिनाथ की प्रतीक रजत प्रतिमा विराजमान कर नगर में निकलने लगी है ।