शासन की रोक के बाद भी आयुक्त 616 प्रोफेसर हुए यहां से वहां, मचा हड़कंप
भोपाल: उच्च शिक्षा विभाग आयुक्त निशांत बरबडे ने प्रदेश के 616 प्रोफेसरों को री-डिप्लायमेंट कर प्रधानमंत्री कालेज आफ एक्सीलेंस और स्वशासी कालेजों में पदस्थ किया है। इससे समूचे प्रदेश में खलबली मची हुई है। क्योंकि अभी स्थानांतरण करने पर शासन की रोक लगी हुई है। इसके बाद भी आयुक्त बरबडे ने इतनी बड़ी संख्या में प्रोफेसरों को यहां से वहां कर दिया है। अब आयुक्त बरबडे अपनी गलती को छिपाने के लिऐ उक्त प्रोफेसरों को स्थानांतरित करने के लिऐ प्रस्ताव तैयार कर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की समन्वय समिति में भेजकर स्थानांतरित कराएंगे।
पीएमश्री और स्वशासी कालेजों में बीच सत्र में सूबे से चुन चुन कर 616 प्रोफेसरों को री-डिप्लायमेंट कर भेजे गए हैं। आयुक्त बरबडे द्वारा जारी हुए आदेश से काफी कालेजों में खलबली मची। क्योंकि इसमें कुछ कालेजों के एकल पद से प्रोफेसरों को निकला दिया गया था। इससे वे कालेजों की संकाय में एकल पद होने से वह सूने होने लगे थे। तब आयुक्त बरबड़े ने एकल पद पर रहने वाले प्रोफेसरों को कार्यमुक्त करने पर रोक लगाने का आदेश जारी किया।
अब जब राज्य में स्थानांतरण करने पर रोक लगी हुई है। यहां तक जीएडी द्वारा जारी आदेश के तहत अटैचमेंट पर रोक लगाई है। इससे री-डिप्लायमेंट किए गए 616 प्रोफेसरों के साथ आयुक्त बरबड़े पर शासन द्वारा कार्रवाई होने का खतरा मंडराने लगा है। तब यह निर्णय लिया गया है कि उक्त प्रोफेसरों को री-डिप्लायमेंट को स्थानांतरण में तब्दील किया जाएगा। इसका प्रस्ताव तैयार कर विभाग मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की समन्वय समिति की बैठक में रखा जाएगा। यहां से स्वीकृति मिलने के बाद प्रोफसरों का दो माह री-डिप्लायमेंट को खत्म कर उनके स्थानांतरण के आदेश जारी किए जाएंगे।
एकल पद के प्रोफेसर भी होंगे स्थानांतरित
स्थानांतरण की सूची तैयार करते समय विभाग इस बात भी ख्याल रखेगा कि एकल पद पर कार्यरत प्रोफेसर को स्थानांतरित होने के बाद उनके स्थान पर अन्य कालेज के प्रोफेसर को भेजा जाएगा। इससे जिन्हें कार्यमुक्त करने के लिऐ रोका गया है। समन्वय से स्वीकृति मिलने के बाद उन्हें भी पीएमश्री और स्वशासी कालेजों में पदस्थ किया जाएगा।