

Digital Loot : साइबर ठगों ने स्वामी जी को 26 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर ₹2.52 करोड़ ठगे!
नासिक पुलिस बनकर मनी लॉन्ड्रिंग केस का झांसा दिया और कई खातों में पैसे ट्रांसफर कराए!
Gwalior : ग्वालियर में साइबर ठगों ने अब तक की सबसे बड़ी डिजिटल ठगी को अंजाम दिया। ठगों ने रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद को 26 दिनों तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखकर 2.52 करोड़ रुपए की ठगी की। बदमाशों ने खुद को नासिक पुलिस का अधिकारी बताकर स्वामी सुप्रदिप्तानंद से संपर्क किया और उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की बात कहकर डराया। ठगों ने दावा किया कि उनका नाम नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में आ गया है, जिससे बचने के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होगा।
उन्होंने लगातार दबाव बनाकर 26 दिनों तक देशभर के अलग-अलग बैंक खातों में करोड़ों रुपए ट्रांसफर करवाए। जब मामला संदेहास्पद लगा, तो इसकी शिकायत क्राइम ब्रांच पुलिस से की गई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी साइबर ठगी में से एक माना जा रहा है। पुलिस साइबर फ्रॉड के इस नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।
ठगों ने खुद को नासिक पुलिस का अधिकारी बताकर कहा कि उनका नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस में आ गया है। उन्होंने डराकर कानूनी कार्यवाही के नाम पर लगातार 26 दिन तक संपर्क में रहकर पैसे मंगवाए। साइबर ठगों ने कुल ₹2.52 करोड़ रुपए की ठगी की, जो बड़ी डिजिटल ठगी में से एक है।