

DMS Keeps an Eye on Drivers : AICTSL की बसों के ड्राइवरों की गतिविधि पर अब नजर रखेगा ‘डीएमएस!’
Indore : अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (एआईसीटीएसएल) की बसों के ड्राइवरों को अब ज्यादा सावधानी से ड्राइविंग सीट पर बैठना होगा। क्योंकि, अब वे ड्राइवर मैनेजमेंट सिस्टम (डीएमएस) के दायरे में आने वाले हैं। इस सिस्टम के बसों में लगने के बाद उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जाना आसान होगा। जरा सी अनदेखी उनकी नौकरी पर आ सकती है। यह सब ड्राइवर मैनेजमेंट सिस्टम (डीएमएस) से संभव हो सकेगा। इस डिवाइस के बस के स्टेयरिंग के आगे लगाया जाएगा। फ़िलहाल बसों की लोकेशन चेक करने, गति मापने के लिए जीपीएस सिस्टम लगा है।
शहर में सुबह 7 से रात 10 बजे तक करीब 400 सिटी बसें, आई बस और इलेक्ट्रिक बसें चल रही है। इन बसों में रोजाना लाखों यात्री सफर करते हैं। यात्रियों के साथ राहगीरों की सुरक्षा भी नितांत आवश्यक है। बस चालकों की लापरवाही से हादसे होने पर न सिर्फ राहगीर, यात्री को नुकसान होता है, बल्कि विभाग की छवि भी धूमिल होती है। इस पर नियंत्रण रखने डीएमएस लागू होगा।
डीएमएस के संचालन का टेंडर बुलाया गया है। यह देश का पहला ऐसा सिस्टम होगा, जिससे चालक की हर एक्टिविटी का लाइव प्रसारण कंट्रोल रूम में साफ़ नजर आएगा। यह कंट्रोल रुम अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड कार्यालय में रहेगा। इस सिस्टम के संचालन का काम संभालने वाली कंपनी के कर्मचारी डीएमएस का लाइव देखकर उसकी रिपोर्ट प्रभारी को सौंपेंगे।
क्या होता है डीएमएस
ड्राइवर मैनेजमेंट सिस्टम (डीएमएस) एक तकनीक है, जो चालकों की निगरानी और प्रबंधन में मदद करती है। यह सुरक्षा, क्षमता बढ़ाने और अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। डीएमएस में विभिन्न सेंसर और एल्गोरिदम शामिल होते हैं, जो ड्राइवर के व्यवहार का वास्तविक समय में विश्लेषण करते हैं। जैसे थकान, उनींदापन या ध्यान भटकना। यदि डीएमएस में ड्राइवर के जोखिम का पता चलता है, तो यह ड्राइवर को चेतावनी दे सकता है, यहां तक कि वाहन के नियंत्रण को भी बाधित कर सकता है।
डीएमएस की जरुरत इसलिए पड़ी
आमतौर पर ड्राइवर बस चलाते समय उबासी लेने, परिचालक और सवारियों से बात करने, मोबाइल पर बात करने, इधर-उधर देखने, धूम्रपान करने लगता है। इससे हादसे का अंदेशा बना रहता है। चालकों की इन्हीं सब गड़बड़ियों पर नजर रखने के लिए सिस्टम की व्यवस्था की जा रही है।
क्या करेगा सिस्टम
इस सिस्टम से ड्राइवर की मॉनिटरिंग की जा सकेगी। अगर वह सामने न देखते हुए इधर-उधर देखता है या फोन पर बात करता है, उबासी लेता है या उसे नींद आती है तो डीएमएस से इसका अलर्ट तुरंत कंट्रोल रूम पर पहुंच जाएगा, जहां से चालक को सचेत किया जा सकता है।
– ब्रिथ एनालाइजर के जरिए बस की सीट पर बैठने से पहले चालक को अल्कोहल टेस्ट करना पड़ेगा।
– यदि बस चलाने के दौरान चालक ने नशा किया तो डीएमएस की मदद से बस वहीं खड़ी हो जाएगी।
एआईसीटीएसएल के उपयंत्री अभिनव चौहान ने कहा कि बसों से होने वाले हादसे रोकने, चालकों की गतिविधियों पर नजर रखने डीएमएस लागू किया जा रहा है। अगले माह से यह सिस्टम बसों के स्टेयरिंग के सामने लगा दिया जाएगा और इसकी मॉनिटरिंग का कार्य निजी एजेंसी को दिया जाएगा।