मंदसौर के डॉ यजुर्वेदी को मिला
12वा राष्ट्रीय रक्तदाता सम्मान
दस राज्यों के रक्तदाता रहे मौजूद
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की ख़ास ख़बर
मंदसौर। नगर ही नहीं जिले और प्रदेश के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बन चुके मंदसौर के समर्पित और कर्मठ युवा चिकित्सक डॉ हिमांशु यजुर्वेदी को एक बार पुनः रक्तदान के लिये राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया । गत दिवस जीवनदान सेवा समिति कोटा, राजस्थान के द्वारा समाजसेवी स्व. श्री सुनील सुमन की पुण्य स्मृति में आयोजित राष्ट्रीय स्तर रक्तदाता सम्मान समारोह शैक्षणिक एवं पर्यटन नगरी के नाम से विख्यात राजस्थान के कोटा शहर में आयोजित किया गया।
सेटेलाइट हॉस्पिटल कोटा के सुपरिटेंडेंट डॉ राकेश सिंह एवं हाड़ौती अंचल के प्रख्यात समाजसेवी और जनसरोकार से जुड़े श्री हिम्मत सिंह हाड़ा के हाथों डॉ यजुर्वेदी को सम्मान मिला । इस अवसर पर दस राज्यों के रक्तदान सेवा क्षेत्र के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।
इस आयोजन में राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, हिमाचल, पंजाब, बिहार, झारखंड राज्य से रक्तदान के क्षेत्र में कार्यरत 51 व्यक्तियों एवं संस्था प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि चिकित्सा और सेवा क्षेत्र से जुड़े डॉ यजुर्वेदी विगत एक दशक से रक्तदान के अलावा थेलीसेमिया ग्रसित बच्चों के गार्जियन और ब्लड ऑन कॉल माध्यम से मंदसौर व आसपास के प्रदेश और राजस्थान के समीपस्थ जिलों में भी आवश्यकता अनुसार रक्त उपलब्ध कराने में अग्रणी हैं । वे स्वयं 52 बार रक्तदान कर कई गंभीर रोगियों को जीवनदान में सहयोगी बने हैं ।
कोरोना संक्रमण काल में कोविड सेंटर के साथ हॉस्पिटल प्रबंधन से जुड़कर सेवा और समर्पण की मिसाल कायम की । अनेक मरणासन्न रोगियों की प्राणवायु बनकर सेवा की , कई दिन अपने घर नहीं गए ।
जिले , प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर आपकी सेवाओं का मूल्यांकन करते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन जनपरिषद द्वारा उत्कृष्ट सेवा सम्मान प्रदान किया गया ।
हरियाणा के पानीपत और सोनीपत , उत्तरप्रदेश के झांसी , पश्चिम बंगाल के हावड़ा , महाराष्ट्र के सांगली , राजस्थान के बीकानेर और बूंदी में भी आपको सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया गया ।
2019 में एस पी मेडिकल कॉलेज द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में नेपाल के सबसे बड़े रक्तदान सेवा संगठन ब्लोडेन द्वारा डॉ यजुर्वेदी को सम्मान मिला ।
मध्यप्रदेश के वित्तमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ,उर्जा एवं पर्यावरण मंत्री श्री हरदीपसिंह डंग , सांसद श्री सुधीर गुप्ता , वरिष्ठ विधायक श्री यशपालसिंह सिसौदिया , जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्री नवकृष्ण पाटिल , कलेक्टर , कमिश्नर एवं अन्य द्वारा भी अतुलनीय सेवाओं के लिये डॉ यजुर्वेदी को पुरस्कृत किया गया है ।
जनप्रतिनिधियों के कथन हैं कि सेवा क्षेत्रों में सक्रिय और समर्पित व्यक्तित्व का सम्मान समाज के लिये प्रेरणादायी है । इसके साथ ही डॉ यजुर्वेदी मोटिवेशनल स्पीकर , मनोचिकित्सक और फ़िटनेस ट्रेनर भी हैं ।
कॉउन्सलिंग करते हुए परामर्श के साथ अवसाद , मनोरोगों का उपचार भी कर रहें हैं । डिप्रेशन ग्रस्त लोगों का जीवन बचाया है ।
जिले में चिन्हित 48 थैलीसीमिया रोग ग्रस्त बच्चों के रक्तपिता बनकर संकल्प निभा रहे हैं डॉ यजुर्वेदी , हर 25 दिनों में ब्लड व्यवस्था करा रहे हैं । 1998 में पहली बार रक्तदान किया और अब स्वयं व टीम मिलकर अतिरिक्त ब्लड जुटा कर इंदौर , कोटा , बूंदी , रामगंजमंडी , प्रतापगढ़ आदि स्थानों पर भी उपलब्ध करा रहे हैं । कोरोना काल में आपके और टीम के माध्यम से सैंकड़ों लोगों के लिये प्लाज्मा प्लेटलेट्स की उपलब्धता कराई थी ।
इसके अतिरिक्त सिकलसेल एनीमिया ,हीमोफीलिया व एक्सीडेंटल मामले में त्वरित ब्लड उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभा रहे हैं ।
जिला अस्पताल ब्लड बैंक प्रभारी डॉ सौरभ शर्मा के मुताबिक जिले में रक्तदान के प्रति वातावरण का निर्माण हुआ है । डॉ यजुर्वेदी व स्वयंसेवी संगठनों द्वारा स्वेच्छिक रक्तदान होना मुख्य कारक है ।
डॉ यजुर्वेदी पुलिस अधिकारियों जवानों को आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण , नर्सिंग स्टॉफ प्रशिक्षण , स्कॉउट , एनसीसी , होमगार्ड्स , राष्ट्रीय सेवा योजना समेत विभिन्न वर्गों से रूबरू होकर विपरीत और कठिन परिस्थितियों में मन बुद्धि स्थिर रखते हुए श्रेष्ठ देने के लिये मोटिवेट कर रहे हैं ।
यह भी महत्वपूर्ण है कि दिव्यांगजनों के रिकॉर्ड का संधारण ( UDID ) के 20 हजार और दिव्यांगजनों की 15 हजार लोकसेवा शिकायतों का समाधान कराने में मंदसौर जिला प्रदेश में प्रथम पायदान पर रहा इसके लिये भी डॉ यजुर्वेदी को मंदसौर के प्रथम गौरव दिवस 8 दिसंबर को सम्मानित किया गया ।
कोटा राजस्थान में नववर्ष 2023 के सम्मान समारोह में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए, मंदसौर से ब्लड ऑन काल के संस्थापक एवं मनोचिकित्सक डॉ हिमांशु यजुर्वेदी को रक्तदान के क्षेत्र तथा थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए किए जा रहे सतत सेवा कार्य के चलते “राष्ट्रीय रक्तदाता सम्मान 2023” से, कोटा के शासकीय अस्पताल के चिकित्सकों, श्रीराम ब्लड बैंक टीम और गणमान्य जनप्रतिनिधियों, नागरिकों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि मंदसौर के जिला चिकित्सालय में सेवारत डॉ हिमांशु यजुर्वेदी द्वारा अब तक 52 बार रक्तदान किया जाकर अनेक लोगो में रक्तदान जागरूकता को फैलाने के लिए एवं रक्तदान करने के क्षेत्र में सतत सेवा कार्य के चलते भारत के 6 राज्यों में अब तक 3 राज्य स्तरीय , 12 राष्ट्रीय और 1 अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हो चुका है।
डॉ यजुर्वेदी इन सम्मान से प्रोत्साहित हैं और यह जनसेवा मानकर कर रहे हैं । किसी विशेष परिस्थिति में रक्तदान करना और कराना , कमजोर और थैलीसीमिया रोगग्रस्त बच्चों की मदद उन्हें संतोष प्रदान करती है ।
सम्मान और प्रोत्साहन उन्हें शक्ति देता है । सारे सम्मान वे समाज और स्वर्गीय पूज्य पिता चिकित्सा सेवा से जुड़ेरहे श्री अशोक यजुर्वेदी को समर्पित करते हैं ।
उनका मानना है कि स्व. पिता और समाज ही प्रेरणा देता है । और यह सेवा हमेशा करते रहने का संकल्प भी है और व्रत भी ।