जिला अस्पताल की बेहतर व्यवस्थाओं से घायल मौत के मुंह से वापस लौटा!

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जिला अस्पताल की बेहतर व्यवस्थाओं से घायल मौत के मुंह से वापस लौटा!

घायल योगेश के फेफड़ों में चाकू 1 सेंटीमीटर और गहरा जाता तो स्थिति गंभीर बन जाती!

Ratlam : शहर के जिला चिकित्सालय की रूटीन एवं इमरजेंसी सेवाओं में बहुत सुधार हुआ हैं। 24 घंटे ड्यूटी डॉक्टर एवं स्टाफ का अलर्ट मोड में रहना, उनका विनम्र व्यवहार साथ ही अस्पताल की सफाई व्यवस्था में बेहतरीन सुधार हुआ हैं। अब सफाई के लिए नियमित अभियान चलाए जा रहे हैं, जिससे वार्ड, ऑपरेशन थिएटर और वेटिंग एरिया पहले से ज्यादा स्वच्छ रहते हैं। सफाई के लिए आधुनिक उपकरणों और डिसइन्फेक्टेंट्स का उपयोग किया जा रहा हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हुआ है। पहले अस्पताल में घुसते ही एक विशेष प्रकार की गंध महसूस होती थी परंतु अब इतना साफ सुधरी हवा एवं सफाई देखते ही बनती है।

अस्पतालों में मेडिकल वेस्ट के सही निपटान के लिए अलग-अलग डस्टबिन लगाए गए हैं, जिससे कचरे का प्रबंधन बेहतर हुआ है। शहर के सराफा बाजार में ज्वैलर्स के कर्मचारी योगेश (32) राठौर पुत्र श्यामलाल राठौर निवासी रामगढ़ को रात में घर जाते वक्त बदमाशों ने पीछे से चाकू से वार किया जिससे योगेश बुरी तरह से घायल हो गया था और उसका चाकू पीठ में ही घुसा रह गया था। चाकू इतना बुरी तरह से घुसा हुआ था कि बदमाश उसको निकाल भी नहीं पाया और घायल अवस्था में योगेश को छोड़कर भाग गए थे।

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जब योगेश को जिला चिकित्सालय रतलाम में लाया गया, जहां पर जिला चिकित्सालय की टीम ने तत्काल उसका प्राथमिक उपचार करते हुए तत्काल इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर में लेते हुए डॉ गोपाल यादव सर्जिकल स्पेशलिस्ट एवं उनकी टीम ने चाकू को बाहर निकाला और पूरे सुरक्षित रूप से सर्जरी की गई। घाव इतनी बुरी तरह से था कि यदि एक सेंटीमीटर चाकू और अंदर चला जाता तो योगेश के फेफड़ों में चाकू घुस जाता जिससे योगेश का फेफड़ा कट जाता और फिर योगेश की स्थिति बहुत गंभीर हो सकती थी।

इस बदलाव के कारण अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं अधिक सुरक्षित और प्रभावी हो गई हैं। मरीजों को स्वच्छ वातावरण में इलाज मिलने से उनकी रिकवरी में भी तेजी आई है। इन सब व्यवस्थाओं का श्रेय डॉ एमएस सागर सिविल सर्जन को जाता जिन्होंने सभी स्टाफ को एकसूत्र में बांधकर संवेदनशीलता तथा तत्परता से सेवा पर तैनात रहने का माहौल पैदा किया है। यह बात सराफा बाजार के एक व्यवसाई ने नाम नहीं बताने शर्त पर बताई हैं जो जो घायल योगेश राठौर को जिला अस्पताल लेकर गए थे और उन्होंने अस्पताल की व्यवस्था और माहौल को देखते हुए मीडियावाला से दुरभाष पर चर्चा करते हुए बताया!