धूल बढ़ा रही मर्ज, गले में खराश, अस्थमा और आंखों में जलन के मामले बढ़े, सफाई और रिनोवेशन से घरों में निकल रही है डस्ट
भोपाल। शहर में गले में खराश, सांस फूलने, एलर्जी, सर्दी-खांसी से बड़ी संख्या में लोग पीड़ित हो रहे हैं। मौसम में बदलाव और घरों की सफाई से निकली धूल लोगों को बीमार कर रही है। विशेषकर बुजुर्ग, कमजोर इम्युनिटी वाले, बच्चे, अस्थमा और हृदय के मरीजों की तकलीफ बढ़ गई है। विशेषज्ञों के अनुसार धूल में मौजूद कण और एलर्जिक पदार्थ श्वसन तंत्र पर सीधा असर डालते हैं। ये आंखों में संक्रमण का कारण भी बनते हैं। सफाई के दौरान मास्क, गमछा, चश्मा का उपयोग जरूरी है। इससे नाक, मुंह से होकर धूल को सांसों में समाने से रोका जा सकता है। सांस या हृदय संबंधी रोगों से पीड़ित व कमजोर इम्युनिटी वाले मरीज सफाई वाले कमरों से दूर रहें।
हार्ट पेशेंट रखें ख्याल
हमीदिया के चिकित्सक डॉ आरएस मीणा ने बताया कि धूल के संपर्क में आने पर सांस और हृदय रोग से पीड़ित मरीजों की तकलीफ बढ़ जाती है। कमजोर इम्युनिटी और बच्चों-बुजुर्गों को भी समस्या होती है। बचाव के लिए धूल के संपर्क में आने से बचने के साथ मास्क, गमछा का उपयोग करना बेहतर विकल्प है।