Indore : आज अलसुबह इंदौर में भूकंप के हलके झटके महसूस किए गए। धरती के कांपने का समय सुबह 4.53 था, जब लोग नींद में थे। भूकंप का केंद्र इंदौर से 125 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में पाया गया, जो निमाड़ में था। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) ने यह जानकारी दी। बताया गया कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई।
अभी तक निमाड़ या मालवा के किसी इलाके से किसी जनहानि की खबर नहीं है। ज्यादातर लोगों को यह महसूस भी नहीं हुआ। स्थानीय अधिकारियों भी अभी भूकंप के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। भूकंप के झटके वाला यह इलाका निमाड़ कहलाता है। इसमें कई जिले आते हैं। National Center for Seismology के अनुसार भूकंप का केंद्र जमीन के पांच किलोमीटर अंदर था।
निमाड़ में भूकंप के झटके महसूस होने के बाद जागने वाले लोग घरों से बाहर निकल आए थे। सुबह की वक्त होने की वजह से लोग ज्यादातर लोग जाग गए थे। झटके महसूस होने के बाद खलबली मच गई। निमाड़ इलाके में रहने वाले लोग दहशत की वजह से घर से बाहर निकल आए। लोगों का कहना है कि पहले समझ में नहीं आया कि क्या हो रहा है। हालांकि बाद में अहसास हुआ कि जैसे धरती को किसी ने अंदर से हिला दिया हो।
सुबह सुबह इंदौर और आसपास के लोग घबराकर जाग गए। दरअसल, इंदौर से करीब 125 किमी दूर दक्षिण, दक्षिण पश्चिम इलाके निमाड़ में धरती डोल गई। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.5 दर्ज की गई है।
रिक्टर स्केल पर तीव्रता का मतलब
2.9-हल्का कंपन
3.9-बिल्कुल करीब से ट्रक के गुजरने पर कंपन का अहसास
4.9 -भूकंप पर खिड़कियां टूटने का खतरा
5.9-फर्नीचर हिल जाता है।
6.9 -इमारतों की नींव दरकती है और ऊपरी मंजिल को नुकसान
7-7.9 -इमारतें गिर जाती हैं और जमीन के अंदर पाइप का फट जाती हैं
7 से 7.9- इमारत समेत बड़े पुलों को गिरने का खतरा
9 से अधिक तीव्रता के भूकंप से भयंकर तबाही
बुधवार को कच्छ में धरती कांपी
कल बुधवार को गुजरात के कच्छ जिले में 3.4 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं है। गांधीनगर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ सिस्मोलॉजिकल रिसर्च (ISR) ने कहा कि भूकंप दोपहर करीब 12:05 बजे भचाऊ के पास आया। ISR के अनुसार, भूकंप का केंद्र भचाऊ से 12 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पश्चिम में 12 किलोमीटर की गहराई पर था। जिला प्रशासन के एक अधिकारी के अनुसार, किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं है।
इंदौर में पहले भी भूकंप आया
इंदौर में 2 जनवरी 2021 की दोपहर को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तब भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.3 आंकी गई थी। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) ने इस भूकंप की जानकारी दी। NCS के अनुसार, तब दोपहर 1:24 बजे धरती कांपी थी, जिसका केंद्र इंदौर से 157 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में 5 किलोमीटर नीचे था। इंदौर में लगे भूकंप के इस झटके से कोई नुकसान नहीं हुआ था।
उससे पहले 25 अप्रैल 2015 को दोपहर 11.47 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.2 आंकी गई था। जानकारी के अनुसार नेपाल में इसका केंद्र था। बहुमंजिला इमारतों से लोग बाहर आ गए थे। बहुमंजिला इमारतों के अलावा शासकीय कार्यालयों के कर्मचारी और रहवासी भी घरों से बाहर निकल आए थे। नेपाल के पराई में भूकंप की तीव्रता 7.4 आंकी गई है।
एबी रोड, विजय नगर और आरएनटी रोड पर स्थित कई इमारतों में लोगों ने गहरा कंपन महसूस किया। कुछ जगह तो कंपन इतना ज़्यादा था कि बैठे लोगों की कुर्सियां भी हिलने लगी थीं। सबसे ज़्यादा कंपन एबी रोड पर इंडस्ट्री हाउस में महसूस किया गया। यहां बिल्डिंग में एनांउनस कर लोगों को तुरंत बिल्डिंग खाली करने की चेतावनी दी गर्द । इंडस्ट्री हाउस के अलावा आरएनटी रोड पर चेतक चेंबर में भी झटके महसूस किए गए। झटके लगते ही लोग बिल्डिंग से बाहर निकल आए थे।
भूकंप की वजह
भूकंप क्यों आता है इसे लेकर बताया जाता है कि धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मेंटल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं और ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है ये टैकटोनिक प्लेट्स बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है भूकंप की तीव्रता का अंदाजा एपीसेंटर से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है।