पूजा स्थलों और मनोरंजन स्थलों को बंद किया जाएगा और इसके साथ ही इबोला से प्रभावित दो जिलों में 21 दिनों के लिए आवाजाही को भी प्रतिबंधित किया जाएगा.स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 20 सितंबर को इबोला के पहली बार प्रसार के बाद से अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है और 58 मामलों की पुष्टि हुई है. अधिकारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा केंद्रीय जिले मुबेंडे और कसांडा जिले प्रभावित हैं. हालांकि एक पति-पत्नी का टेस्ट पॉजिटिव आने के बावजूद यह 15 लाख की आबादी वाली राजधानी कंपाला तक नहीं पहुंचा है.
एक टेलीविज़न संबोधन में मुसेवेनी ने शनिवार को मुबेंडे और कसांडा में तत्काल लॉकडाउन का आदेश दिया है. शाम से सुबह तक कर्फ्यू लगाने, यात्रा पर प्रतिबंध और बाजारों, बार और चर्चों को 21 दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया है.
गुरिल्ला नेता से राष्ट्रपति बने मुसेवेनी युगांडा पर 1986 से शासन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुबेंडे और कसांडा जिलों में अब बाहर आने-जाने पर प्रतिबंध है.
उन्होंने कहा, “यदि आप मुबेंडे और कसंडा जिलों में हैं, तो वहां 21 दिनों तक रहें.”
उन्होंने कहा कि कार्गो ट्रकों को अभी भी इन दोनों जगहों में आने जाने की अनुमति होगी, लेकिन अन्य सभी परिवहन – व्यक्तिगत या अन्य को निलंबित कर दिया गया.