ED Inquiry : ED ने अब परते खोली, दीपक मद्दा के मुंबई ठिकाने से केश मिला!
Indore : भूमाफिया सुरेंद्र संघवी उनके बेटे प्रतीक संघवी के अलावा दीपक मद्दा के यहां गुरुवार सुबह हुई ईडी की कार्रवाई की जानकारी अब सामने आने लगी है। ईडी के ट्वीट में जानकारी दी गई कि 6 स्थानों पर यह कार्रवाई की गई जिसमें इंदौर और मुंबई भी शामिल है। यह कार्रवाई दीपक जैन मद्दा और उसके दूसरे साथियों पर पीएमएलए के अंतर्गत की गई है। इसमें 91 लाख 21 हजार बरामद किए गए।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भूमाफिया सुरेंद्र संघवी और उनके बेटे प्रतीक संघवी के साथ इनके साथी दीपक जैन उर्फ दीपक मद्दा के साथ ही मनीष शाहरा के यहां भी दबिश दी थी। लेकिन, माना जा रहा है कि ईडी का निशाना सुरेंद्र संघवी ही रहा है। क्योंकि, शहर की सभी वैध और अवैध कॉलोनियों में उनका किसी न किसी रूप में निवेश रहा है। सुरेंद्र संघवी पर पहले भी मुंबई से बड़ी हवाला कार्रवाइयों के मामले सामने हैं।
प्रशासन ने शहर के बड़े माफियाओं पर एक गोपनीय रिपोर्ट और उससे जुड़े वीडियो बनाकर ईडी को पहुंचाई थी। इस रिपोर्ट में जमीन के खेल में सुरेंद्र सिंह व दीपक मद्दा दोनों को मास्टरमाइंड बताते हुए कहा गया कि इनकी वैध, अवैध और बेनामी संपत्तियों की जांच कराने पर पता चला है कि इन संपत्तियों का आज का बाजार भाव 9108 करोड रुपए है।
प्रशासन ने ही ईडी को एफआईआर समेत सारी संपत्तियों की जानकारी भेजी थी। इस आधार पर पूरे मामले में ईडी की एंट्री हुई। यहां तक कि दीपक और सुरेंद्र शहर के सभी बड़े भूमाफिया प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से निवेश करने वाले हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि घोषित गृह निर्माण समितियों के अलावा भी कई समितियों और कॉलोनियों में इनका किसी न किसी रूप में निवेश है।
अपनी सर्च के दौरान ईडी ने सुरेंद्र संघवी, प्रतीक संघवी के आवास पर गुरुवार सुबह से देर रात तक पूछताछ की। उन्हें रोका गया और लंबी पूछताछ की गई। ईडी ने अभी दोनों को औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया है, पर वे ईडी टीम ने उन्हें कब्जे में ले रखा है। उन्हें गिरफ्तार न किए जाने का कारण यह है कि ईडी को अभी भी बड़ी जानकारी की उम्मीद है। यही कारण रहा कि आज शुक्रवार को भी पूछताछ जारी रही। समझा जा रहा है कि ईडी अपना मकसद पूरा होने तक पूछताछ जारी रखेगा।
ईडी सुरेंद्र संघवी और उनके बेटे से पूछताछ के बाद दीपक मद्दा से जेल में पूछताछ करेगा। लेकिन, इससे पहले ईडी इन सभी भूमाफिया के साझा कामकाज की लिंक खोज रहा है। दोनों से मिली जानकारी को क्रॉस चेक भी किया जाएगा उसके बाद ही पूरे रैकेट का पता चलेगा। ईडी की छापेमारी में संघवी और मद्दा के बाद तीसरा निशाना मनीष सहारा है। ये तीनों ही शहरभर के बिल्डरों हिसाब से ऑपरेट करते थे। इस अभियान में हैप्पी धवन का भी नाम सामने आया है। सुरेंद्र संघवी और दीपक मद्दा के प्रोजेक्ट और ट्रांजेक्शन पर भी ईडी की नजर है।