Education Fraud : 3 साल से बेचैन स्टूडेंट 1 ही क्लास में, अभी तक कोई परीक्षा नहीं!

655

धार से छोटू शास्त्री की विशेष रिपोर्ट

Education Fraud : 3 साल से स्टूडेंट एक ही क्लास में, अभी तक कोई परीक्षा नहीं!

Dhar : धार के जिला पंचायत के सभाकक्ष में Education Fraud की जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर डॉ पंकज जैन से इंदिरा गांधी होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के छात्र छात्राएं पहुंचे।

इन छात्र-छात्राओं ने कलेक्टर से लगाई गुहार लगाई और कहा कि हमें परीक्षा में सम्मिलित करवा दो साहब। 2019 से हम एक ही क्लास फर्स्ट ईयर में पढ़ रहे हैं।

इन तीन सालों में सिर्फ एक बार परीक्षा हुई, लेकिन उसमें Education Fraud की वजह से हमें शामिल नहीं किया गया! अपने बच्चों को डॉक्टर बनवाने की चाह में बच्चों के परिजन बच्चों के भविष्य को दांव पर लगा देते हैं और फिर इस तरह के कॉलेजों के मकड़जाल में फंस जाते हैं।

Also Read: Grain Scam: भाजपा जिलाध्यक्ष और प्रबंधक के विवाद में सामने आई नई जानकारी!

कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने इन छात्र-छात्राओं को व इनके कॉलेज के संचालक को मंगलवार शाम को सारे दस्तावेजों के साथ बुलवाया। छात्र-छात्राएं शाम को कलेक्टर से मिलने पहुंचे और उनके दस्तावेजों को देखा। कॉलेज के जनरल सेक्रेटरी जमील शेख भी Educatiफीस और एडमिशन से संबंधित दस्तावेज लेकर पहुंचे।

कलेक्टर ने सारी स्थिति जानकर इंदिरा गांधी होम्योपैथिक कॉलेज के संचालक को जमकर फटकार लगाई। यह कॉलेज मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी जबलपुर से सम्बद्ध है।

यह था एडमिशन का मामला

एमजीएम कॉलेज प्रकाश नगर में संचालित हो रहा है। यहां 2019 में 5 छात्र-छात्राओं का ‘नीट’ के माध्यम से चयन हुआ था। 95 छात्र-छात्राओं को सीएलसी के तहत डमी एडमिशन दिया गया था।

इन छात्र-छात्राओं को कॉलेज में Education Fraud की वजह से कोई अलॉटमेंट लेटर भी नहीं दिया गया और न इन्हें भरी हुई फीस की कोई रसीद दी गई। इन्हें कॉलेज ने कोई दस्तावेज नहीं दिया गया।

गत 3 वर्षों से यानी की 2019 से आज तक प्रथम वर्ष के ही छात्र हैं। क्योंकि, ये आज तक किसी भी परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाए हैं।

प्रशासन की कार्रवाई

कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने बताया कि  Education Fraud के इस संबंध में एक जांच दल गठित कर दिया गया है, जो पूरे मामले की जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।

कॉलेज के जनरल सेक्रेटरी का कहना है कि हमने यूनिवर्सिटी को सभी फीस जमा कर दी। यूनिवर्सिटी का काम एग्जाम लेना। कॉलेज का एग्जाम लेना नहीं है।

WhatsApp Image 2022 04 27 at 8.09.20 PM

उन्होंने यह भी बताया कि Education Fraud का मामला न्यायालय के विचाराधीन है। गवर्नमेंट के आब्जर्वर के समक्ष इन सभी छात्र-छात्राओं के एडमिशन हुए हैं। परीक्षा के लिए प्रक्रिया चल रही है, अब हम यूनिवर्सिटी जाकर अपना पक्ष रखेंगे।

छात्र-छात्राएं परेशान

छात्रा चांदनी जगताप का कहना है कि 2019 से 2022 तक हमारी कोई एग्जाम नहीं हुई। 2021 में परीक्षा हुई थी, हमें यूनिवर्सिटी द्वारा बताया भी गया था कि आपके कॉलेज को मान्यता नहीं है।

Education Fraud की वजह से कॉलेज कहता है कि यूनिवर्सिटी के पास जाओ। इस छात्रा का एडमिशन ‘नीट’ के मार्फत हुआ है। ‘नीट’ ने आयुष विभाग द्वारा हमें यह कॉलेज दिया है, कॉलेज संचालक वही सारे डॉक्यूमेंट दिखाते रहते हैं। हम सभी छात्र-छात्राएं चाहते हैं कि हमारी एग्जाम हो जाए।

Fraud
Educational and Creative composition with the message Stop Fraud on the blackboard

वही यश मिश्रा ने बताया कि 2019 से हमारी कोई परीक्षा नहीं हो पा रही। 3 साल से एक ही क्लास में हूँ। कॉलेज कहता है कि वह एफिलेटेड है, जबकि यूनिवर्सिटी का कहना है कि कॉलेज एफिलेटेड नहीं है। आयुष विभाग कहता है कि मान्यता लेकर आएं! हम परेशान हैं कलेक्टर के पास भी दो बार गुहार लगा चुके हैं।

देखिए वीडियो: क्या कह रही हैं, स्टूडेंट चांदनी जगताप-

 

देखिए वीडियो: क्या कह रहे हैं, स्टूडेंट यश मिश्रा-

देखिए वीडियो: क्या कह रहे हैं, कॉलेज के जॉइंट सेक्रेटरी जमील शेख-