Electric Garbage Carts : अब बिजली से चलेंगी 130 कचरा गाड़ियां, चार्जिंग पॉइंट के लिए खोज!

शहर में 430 कचरा गाड़ियां कार्यरत, धीरे-धीरे सभी गाड़ियां बिजली से चलेंगी!

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Electric Garbage Carts : अब बिजली से चलेंगी 130 कचरा गाड़ियां, चार्जिंग पॉइंट के लिए खोज!

Indore : शहर को बेहतर पर्यावरण देने के लिए निगम और जिला प्रशासन अपने स्तर पर भरसक काम कर रहा है। कारोबारी भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रयासों को सफल बनाने में लगा हुआ है। इसी क्रम में निगम अगले कुछ दिनों में 130 नई कचरा संग्रहण गाड़ियों का संचालन शुरू करने जा रहा है। यह सभी गाड़ियां बैटरी चलित होगी।

इन कचरा गाड़ियों के लिए अलग से चार्जिंग पाइंट बनाए जाएंगे। गाड़ियां तैयार होकर वर्कशॉप में खड़ी है। आरटीओ द्वारा रजिस्ट्रेशन व अन्य जरूरी दस्तावेज तैयार किए जाना है, इसके बाद गाड़ियां उन वार्डों में चलाई जाएगी, जहां क्षेत्रफल अधिक है। सात साल पहले कचरा पेटियों को खत्म कर डोर टू डोर कचरा संग्रहण गाड़ियां शुरू की थी।

19 झोनों के 85 वार्डों में 430 गाड़ियां सुबह से शाम तक कचरा कलेक्शन में लगी है। लगातार गाड़ियों के चलने से इनका मेंटेनेंस निकलने लगा है। कुछ गाड़ियों की हालत तो इतनी बदतर हो गई है कि वे कलेक्शन के दौरान कई बार रास्ते में खड़ी हो जाती है, जिन्हें वर्कशाप तक लाना मुश्किल हो जाता है।

चार्जिंग पाइंट स्थान की तलाश
नई गाड़ियों को दौड़ाने से पहले निगम चार्जिंग पाइंट तैयार करेगा। यह चार्जिंग पाइंट कहां होंगे, इसकी जानकारी के लिए जोनल अधिकारियों से सुझाव मांगे जा रहे हैं। वार्ड के क्षेत्रफल के मान से 3 से 5 चार्जिंग पाइंट खड़े किए जाएंगे। हालांकि, वर्कशाप से निकलते समय ही गाड़ियों की फुल बैटरी कर दी जाएगी, ताकि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए।

सभी डीजल वाहन बंद होंगे
नई कचरा गाड़ियों के बाद निगम के ऐसे वाहन जो डीजल से चल रहे हैं, उन्हें भी इलेक्ट्रिक में बदलने की कवायद चल रही है। वर्कशाप में डीजल वाले वाहनों को इलेक्ट्रिक में परिवर्तित करने का काम द्रुतगति से चल रहा है। प्रभारी वर्कशाप मनीष पांडे ने बताया कि कचरा संग्रहण व डीजल गाड़ियों को इलेक्ट्रिक में बदलने का काम तेजी से चल रहा है। अगले कुछ दिनों में सभी जगह ये गाड़ियां सड़कों पर दिखने लगेगी।

जबकि, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अखिलेश उपाध्याय ने कहा कि पुरानी गाड़ियां कंडम हो चुकी है, नई गाड़ियों पर काम चल रहा है। आरटीओ संबंधी काम पूरे होते ही यह गाड़ियां क्षेत्रों में नजर आने लगेगी।